AI से बनाई अश्लील तस्वीरें-वीडियो, फिर सोशल मीडिया पर डालीं... एक्स-बॉयफ्रेंड की खौफनाक कहानी
दिल्ली में कार्यरत असम के इंजीनियर प्रतीम बोरा ने एआई तकनीक का दुरुपयोग कर अपनी पूर्व प्रेमिका की फेक अश्लील प्रोफाइल बनाई और लाखों की कमाई की.

दिल्ली में काम कर रहे असम के एक मैकेनिकल इंजीनियर प्रतीम बोरा की कहानी तकनीक के अंधेरे को उजागर कर रही है. एक पुराने रिश्ते का बदला लेने के लिए शुरू हुआ डिजिटल हमला, धीरे-धीरे एक गंदी कमाई का जरिया बन गया. प्रतीम बोरा ने अपनी पूर्व प्रेमिका की सिर्फ एक तस्वीर का इस्तेमाल कर उसके चेहरे को एआई सॉफ्टवेयर के जरिए अश्लील तस्वीरों और वीडियो में तब्दील कर दिया और उन्हें ‘Babydoll Archi’ नाम के इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर पोस्ट कर दिया. ये कहानी सिर्फ प्रतिशोध की नहीं है, बल्कि ये एक चेतावनी है कि आज की डिजिटल दुनिया में ‘जो दिखता है, वही सच नहीं होता’.
एक फर्जी डिजिटल आइडेंटिटी की खौफनाक शुरुआत
प्रतीम बोरा ने अगस्त 2020 में 'Babydoll Archi' नाम से एक इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया. धीरे-धीरे, इस अकाउंट पर अपलोड की गई एआई-जेनरेटेड वीडियो और तस्वीरों ने लाखों लोगों को भ्रमित कर दिया. एक वायरल साड़ी ट्रांसफॉर्मेशन वीडियो और मशहूर एडल्ट स्टार केंड्रा लस्ट के साथ शेयर की गई एक फेक तस्वीर ने आग में घी का काम किया. अकाउंट के फॉलोअर्स कुछ ही दिनों में 82,000 से बढ़कर 12 लाख से ज्यादा हो गए.
एक फोटो से पॉर्न इंडस्ट्री तक पहुंचा प्रतिशोध
बोरा ने अपनी पूर्व गर्लफ्रेंड की तस्वीर को Midjourney AI, OpenArt और Desire AI जैसे प्लेटफॉर्म्स पर मॉडिफाई किया और एक झूठी पहचान 'Babydoll Archi' गढ़ी. इन फेक वीडियो और इमेज को उसने इंस्टाग्राम और पॉर्नोग्राफिक वेबसाइट्स पर बेचना शुरू कर दिया. उसने यहां तक दावा किया कि यह लड़की छह साल तक जीबी रोड में सेक्स ट्रैफिकिंग में फंसी थी और अब अपनी आजादी के लिए 25 लाख चुका रही है.
असम पुलिस की साइबर सेल ने किया खुलासा
पीड़िता ने डिब्रूगढ़ पुलिस में साइबर डिफेमेशन का केस दर्ज कराया, जिसके बाद बोरा की करतूतों का खुलासा हुआ. एसएसपी-इन-चार्ज सिज़ल अग्रवाल ने बताया कि आरोपी ने सिर्फ एक तस्वीर से कई अश्लील एआई कंटेंट तैयार किए और सोशल मीडिया पर फैलाया. सारे फोटो और वीडियो फेक थे, जिन्हें एआई सॉफ्टवेयर के जरिए बनाया गया था. बोरा को 12 जुलाई की रात असम के तिनसुकिया से गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में उसने फर्जी जीमेल और सोशल मीडिया प्रोफाइल्स बनाने की बात भी स्वीकार की.
लाखों की कमाई, अब जेल की तैयारी
पुलिस के मुताबिक, बोरा ने इस एआई पॉर्न स्कीम से लगभग ₹10 लाख की कमाई की है. क्रेडिट कार्ड और डिजिटल ट्रांजेक्शन्स की जांच जारी है और ये रकम सिर्फ शुरुआत हो सकती है. सिज़ल अग्रवाल ने कहा कि हमारे पास सबूत हैं कि आरोपी ने कंटेंट सब्सक्रिप्शन के जरिए पैसा कमाया. जांच में जो भी लोग इस फेक कंटेंट को फैलाने या कमेंट करने में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.


