व्हीलचेयर देरी विवाद पर एयर इंडिया का जवाब, वीर दास की शिकायत को बताया उम्मीद से कम अनुभव
अभिनेता वीर दास द्वारा एयर इंडिया पर सार्वजनिक तौर पर सवाल उठाए जाने के बाद एयरलाइन ने बयान जारी किया. अपने आधिकारिक बयान में एयर इंडिया ने यात्रियों की असुविधा पर खेद जताते हुए माना कि उनका अनुभव उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा.

कॉमेडियन और अभिनेता वीर दास द्वारा एयर इंडिया पर सार्वजनिक तौर पर सवाल उठाए जाने के बाद एयरलाइन ने मंगलवार को आधिकारिक बयान जारी कर सफाई दी. वीर दास ने सोशल मीडिया पर बताया था कि मुंबई से दिल्ली की उनकी फ्लाइट (AI816) के दौरान उनकी पत्नी को, जिनका पैर टूटा हुआ है, व्हीलचेयर समय पर नहीं दी गई. इसके साथ ही उन्होंने फ्लाइट में खराब सीटों और सुविधाओं पर भी नाराज़गी जताई थी.
एयर इंडिया का बयान
एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा कि वह यात्रियों की परेशानी को समझती है. खासकर जब कोई गतिशीलता से जुड़ी चुनौती का सामना कर रहा हो. एयरलाइन ने यह माना कि यह अनुभव उम्मीदों से कम रहा, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि व्हीलचेयर सहायता देने से इनकार नहीं किया गया था, बल्कि उस वक्त व्हीलचेयर और स्टाफ की अधिक मांग के कारण देरी हुई.
एयर इंडिया के अनुसार, केबिन क्रू ने यात्रियों की मदद के लिए SOP के तहत मौजूद ‘एम्बुलिफ्ट’ सेवा का सुझाव भी दिया था, जो विशेष रूप से ऐसे मामलों के लिए होती है. एयरलाइन ने अपने बयान में यह भी दोहराया कि वह सभी यात्रियों के लिए सुगमता और सुविधा को लगातार बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
प्रति सीट ₹50,000 का भुगतान
वीर दास ने इस मामले में कहा था कि उन्होंने व्हीलचेयर पहले से बुक कर रखी थी. इसके बावजूद उनकी पत्नी को सहयोग नहीं मिला. उन्होंने फ्लाइट की स्थिति की भी आलोचना की, जिसमें टूटी मेजें, खराब लेगरेस्ट और सही स्थिति में न झुकने वाली सीटें शामिल थीं, जबकि उन्होंने प्रति सीट ₹50,000 का भुगतान किया था.
हालांकि दास ने खुद को एयर इंडिया का वफादार ग्राहक बताया और लिखा कि वह ऐसी शिकायतें आमतौर पर सार्वजनिक नहीं करते. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि आपके पास आसमान का बेहतरीन क्रू है, लेकिन इस अनुभव ने मुझे बहुत निराश किया.