मुनंबम में ईसाइयों और वक्फ के बीच विवाद में BJP ने मारी बाजी , निकाय चुनाव में NDA की 'ऐतिहासिक' जीत
केरल के लोकल बॉडी चुनावों में मुनंबम में जीत से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। बीजेपी इस इलाके में NDA की सफलता को, जो वक्फ विवाद से जुड़ा है, ईसाई समुदाय से बढ़ते समर्थन के सकेत के तौर पर देख रही है।

नई दिल्ली: केरल के मुनंबम में हुए स्थानीय निकाय चुनावों ने राज्य की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है. लंबे समय से वक्फ बोर्ड और ईसाई समुदाय के बीच चल रहे भूमि विवाद के केंद्र रहे इस वार्ड में एनडीए (NDA) ने निर्णायक जीत दर्ज की है. यह परिणाम ऐसे समय आया है, जब मुनंबम में रहने वाले सैकड़ों परिवार बीते एक साल से अधिक समय से अपनी जमीन और घर बचाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं.
मुनंबम में NDA की बड़ी जीत
केरल भाजपा के महासचिव अनूप एंटनी जोसेफ ने मुनंबम में एनडीए की जीत को “ऐतिहासिक” बताया है. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा मुनंबम के लोगों के साथ खड़ी रही और वक्फ बोर्ड के कथित अवैध दावे के खिलाफ उनकी लड़ाई का समर्थन किया. जोसेफ के मुताबिक, जनता ने इसी समर्थन के चलते एनडीए को अपना जनादेश दिया है. गौरतलब है कि पिछली बार इस वार्ड में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी.
वक्फ बोर्ड से जुड़ा है पूरा विवाद
मुनंबम, केरल के एर्नाकुलम जिले में स्थित है और यहां का विवाद साल 2019 से चला आ रहा है. उस वर्ष केरल वक्फ बोर्ड ने करीब 404 एकड़ जमीन को वक्फ संपत्ति घोषित कर दिया था. इस जमीन पर लगभग 500 परिवार वर्षों से रह रहे हैं, जिनमें अधिकांश ईसाई समुदाय से हैं. वक्फ बोर्ड के दावे के बाद इन परिवारों पर बेघर होने का खतरा मंडराने लगा.
400 दिनों से जारी आंदोलन
इन परिवारों ने मुनंबम लैंड प्रोटेक्शन काउंसिल के बैनर तले पिछले 400 दिनों से अधिक समय तक विरोध प्रदर्शन किए. उनकी मांग है कि उनकी जमीन के राजस्व अधिकार बहाल किए जाएं. विवाद के चलते सरकार ने इन जमीनों से लैंड टैक्स लेना भी बंद कर दिया था, जिससे परिवारों की चिंता और बढ़ गई.
मामले ने तब राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान खींचा, जब केंद्र सरकार ने वक्फ संशोधन विधेयक पारित किया, जिससे वक्फ संपत्तियों के नियमन में सरकार की भूमिका बढ़ी. इसी बीच केरल हाईकोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाते हुए कहा कि मुनंबम की जमीन वक्फ संपत्ति नहीं है, जिसे आंदोलनकारियों की बड़ी जीत माना गया. हालांकि, हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के इस फैसले पर रोक लगाते हुए यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है.
राजनीति पर पड़ेगा असर
इस जीत को 2026 के केरल विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा के लिए बड़ी राजनीतिक बढ़त माना जा रहा है. केरल में अब तक सीमित प्रभाव रखने वाली भाजपा को मुनंबम की जीत से नई ऊर्जा मिली है. इसके साथ ही पार्टी तिरुवनंतपुरम नगर निगम में भी बढ़त बनाए हुए है, जो कांग्रेस सांसद शशि थरूर का क्षेत्र माना जाता है.


