CM केजरीवाल का PM Modi पर निशाना, कहा- 'प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होते तो नोटबंदी नहीं करते'

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पीएम मोदी ने गुजरात विश्वविद्यालय या दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई की होती तो उन्हें इसका जश्न मनाना चाहिए था, लेकिन वे इसकी जानकारी छिपा रहे है।

Lalit Hudda
Lalit Hudda

हाइलाइट

  • सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर पीएम मोदी की वैध डिग्री है तो गुजरात विश्वविद्यालय इसे क्यों नहीं दिखा रहा है?

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार फिर से प्रधानमंत्री की शैक्षणिक योग्यता पर सवाल खड़े किए है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि सभी को पीएम मोदी की शैक्षणिक योग्यता के बारे में जानने का अधिकार है। वे गुजरात हाईकोर्ट के फैसले से स्तब्ध हैं। बता दें कि गुजरात हाईकोर्ट ने शुक्रवार को केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के उस आदेश को खारिज कर दिया था, जिसमें गुजरात विश्वविद्यालय को प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री के बारे में सीएम अरविंद केजरीवाल को जानकारी देने की मांग की गई थी।

सीआईसी के आदेश के खिलाफ गुजरात विश्वविद्यालय की अपील को स्वीकार करते हुए 'गुजरात हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति बीरेन वैष्णव ने सीएम केजरीवाल पर केजरीवाल पर 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है। न्यायालय ने चार सप्ताह के भीतर गुजरात राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण को जुर्माने की राशि जमा करने का आदेश दिया है।'

डिग्री वैध है तो छिपा क्यों रहे-केजरीवाल सीएम

अरविंद केजरीवाल ने नाराजगी जताते हुए कहा कि गुजरात हाईकोर्ट के आदेश से पूरा देश स्तब्ध है क्योंकि लोकतंत्र में सूचना मांगने और सवाल पूछने की आजादी होनी चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश ने प्रधानमंत्री की शिक्षा पर संदेह को बढ़ा दिया है। केजरीवाल ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री ने गुजरात विश्वविद्यालय या दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई की होती तो उन्हें इसका जश्न मनाना चाहिए था, लेकिन वे जानकारी छिपा रहे है। मुख्यमंत्री ने पूछा, अगर पीएम मोदी की वैध डिग्री है तो गुजरात विश्वविद्यालय इसे क्यों नहीं दिखा रहा है।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुजरात विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री की शैक्षणिक योग्यता के बारे में जानकारी देने के लिए तैयार नहीं है। इसके दो कारण हो सकते है। या तो पीएम मोदी के अहंकार के कारण है, या उनकी डिग्री नकली है। उन्होंने कहा कि अनपढ़ होना अपराध या पाप नहीं है क्योंकि देश में बहुत गरीबी है। कई परिवारों में वित्तीय स्थिति के वजह से औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने की स्थिति में नहीं हैं। आजादी के 75 साल बाद भी देश इस तरह की गरीबी से पीड़ित है।

सीएम केजरीवाल ने कहा कि देश के शीर्ष प्रबंधक होने के कारण पीएम मोदी शिक्षा पर सवाल करना अनिवार्य हो जाता है। उन्हें विज्ञान और अर्थव्यवस्था सहित कई महत्वपूर्ण फैसले हर दिन लेने पड़ते हैं। केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री अगर पढ़े-लिखे नहीं होंगे तो अधिकारी समेत अन्य लोग उनके फैसले में हस्ताक्षर ले सकते है। अरविंद केजरीवाल ने नोटबंदी का जिक्र करते हुए कहा कि नोटबंदी के कारण देश को बहुत नुकसान उठाना पड़ा। अगर प्रधानमंत्री मोदी पढ़े-लिखे होते तो नोटबंदी लागू नहीं करते।

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01 April 2023, 07:09 PM IST

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