दिल्ली में पहली बार हुआ सफल हैंड ट्रांसप्लांट, फिर से ट्रैक पर लौटेगी पेंटर राजकुमार की जिंदगी!
Hand Transplant in Delhi: एक पेंटर जिसने एक दुर्घटना में अपने दोनों हाथ गवा देता है लेकिन एक महिला के दान के बाद अंगों सा एक नया सेट मिला है. जिसने अपने मरने के बाद अपने अंगों का उपयोग करने का वादा किया था
Hand Transplant in Delhi: क्या आपने कभी इमेजिन किया है कि किसी भी इंसान के पास दोनों हाथ न हो तो उसका काम कैसे चलेगा और ऐसे में जब उस इंसान का काम ही हो की दोनों हाथों से दिनभर काम मजदूरी करना और रात में फिर उसे हाथ से खाना खाना.
यह कहानी है एक पेंटर की जो दिन भर मजदूरी करके रोजी- रोटी कमाने का माध्यम उसका हाथ होता है लेकिन जरा सोचिए कि अगर उसका हाथ छिन जाए. लेकिन वहीं हाथ अगर फिर से उसे मिल जाए तो उसके खुशी का ठिकाना एक चमत्कार से कम नहीं है आइए जानते हैं विस्तार से...
एक पेंटर जिसने एक दुर्घटना में अपने दोनों हाथ गवा देता है लेकिन एक महिला के दान के बाद अंगों सा एक नया सेट मिला है. जिसने अपने मरने के बाद अपने अंगों का उपयोग करने का वादा किया था और दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल के 11 डॉक्टरों की टीम ने एक ऑपरेशन को सफल बना दिया है.
साल 2020 में राजकुमार नाम के एक व्यक्ति ने अपनी साइकिल पर नांगलोई में रेलवे ट्रैक पार कर रहे थे. जब उन्होंने नियंत्रण खो दिया और ट्रेन की चपेट में आ गए और उनके दोनों हाथ कट गए कुमार प्रोस्थेटिक्स का उपयोग कर रहे थे लेकिन उनका प्रोस्थेटिक परीक्षण असफल रहा.