दुबई के शेख की पार्टनर की तलाश... चैतन्यानंद बाबा की लड़कियों संग अश्लील चैट वायरल
Chaitanyanand WhatsApp Chats: आगरा से गिरफ्तार स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के व्हाट्सएप चैट्स ने सनसनी मचा दी है. इनमें छात्रों के साथ यौन संबंध की योजना और तीन बहनों को डर्टी मैनेजर बनाने का खुलासा हुआ. पुलिस का दावा है कि चैतन्यानंद ने दुबई के शेख के लिए पार्टनर की व्यवस्था भी की थी.

Chaitanyanand WhatsApp Chats: आगरा से गिरफ्तार किए गए स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के व्हाट्सएप चैट्स एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. इन बातचीतों में आरोप है कि उन्होंने छात्रों के साथ यौन संबंध बनाने की योजनाएं बनाई थीं और इन कृत्यों को अंजाम देने व छुपाने के लिए तीन सगी बहनों को अपना डर्टी मैनेजर नियुक्त किया था. पुलिस के अनुसार चैट में यह खुलासा हुआ है कि उन्होंने एक दुबई शेख के लिए सेक्स पार्टनर की व्यवस्था करने की कोशिश भी की थी. इन चैट्स ने उनकी कथित करतूतों की भयावह तस्वीर सामने रख दी है जिससे मामला और गरम हो गया है.
चैतन्यानंद की विवादित चैट का खुलासा
दिल्ली बाबा: एक दुबई शेख पार्टनर चाहता है, क्या तुम्हारा कोई अच्छा दोस्त है?
दिल्ली बाबा: यह कैसे मुमकिन है
पीड़िता: मुझे नहीं पता
दिल्ली बाबा: तुम्हारा कोई क्लासमेट है या जूनियर
इसके अलावा अन्य चैट में वह पीड़िता को प्यारी बच्ची, गुड़िया जैसे नाम देते हुए लगातार संदेश भेजता था रात-दिन दबाव बनाता था और अश्लील बातें कहता था.
गिरफ्तारी और छिपने की रणनीति
कुछ दिन पहले ही दिल्ली पुलिस ने चैतन्यानंद को आगरा के होटल से तड़के रात 3:30 बजे गिरफ्तार किया था. आरोप है कि वह पिछले करीब दो महीने से मथुरा, वृंदावन और आगरा के बीच ठिकाने बदलते हुए छिप रहा था. गिरफ्तार होने से पहले वह टैक्सियों का सहारा लेता था.
27 सितंबर की रात उसने कमरा नंबर 101 में पार्थ सारथी नाम से चेक-इन किया था. होटल स्टाफ ने बताया कि वह कमरे से बाहर नहीं निकला. गिरफ्तारी के बाद उसे 5 दिन की पुलिस हिरासत दी गई है.
जब्त वस्तु और फर्जीवाड़ा खुलासे
पुलिस ने गिरफ्तारी के समय चैतन्यानंद के पास से एक iPad और तीन मोबाइल फोन जब्त किए. एक फोन में संस्थान के सीसीटीवी कैमरों और छात्रावास परिसर तक रिमोट एक्सेस की सुविधा थी. साथ ही कुछ फर्जी विजिटिंग कार्ड मिले जिन पर उन्हें संयुक्त राष्ट्र (UN) और ब्रिक्स प्रतिनिधित्व का दर्जा दिया गया था. उनके पास दो पासपोर्ट पाए गए एक स्वामी पार्थ सारथी और दूसरा स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती नाम से. उनमें जन्मस्थान और माता-पिता की जानकारी में विसंगतियां थीं.
पुलिस ने लगभग 8 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की है और जांच में खुलासा हुआ कि आरोपित ने अदालत में एफआईआर दर्ज होने के बाद पचास लाख रुपये से अधिक राशि फर्जी दस्तावेजों के सहारे निकाली थी.
कोर्ट रिमांड और साक्ष्यों की भूमिका
पटियाला हाउस कोर्ट ने चैतन्यानंद की अदालत में आत्मरक्षण जमानत याचिका खारिज कर दी. कोर्ट ने कहा कि इस स्तर की गंभीर धाराओं में जमानत देने से जांच को प्रभावित हो सकता है. जांच में पुलिस ने आरोप लगाया कि चैतन्यानंद ने छात्राओं को धमकाया, अश्लील संदेश भेजे और कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल कर रखे थे, जिनका नियंत्रण उसके फोन में था. चैट साक्ष्यों के अनुसार लगभग 50 छात्राओं की व्हाट्सएप बातचीत बरामद हुई है, जिनमें कई मामलों में शोषण की प्रवृत्ति दिखाई देती है.
शोषण और धोखाधड़ी के आरोप
इस मामले में चैतन्यानंद पर 17 छात्राओं के साथ शोषण करने का आरोप लगाया गया है. पुलिस कहती है कि वह छात्राओं को विदेशी यात्राओं, बेहतर ग्रेड, स्कॉलरशिप जैसी लालच देता था और ना करने पर निकाले जाने की धमकी देता था. भविष्य में अदालत और जांच एजेंसियों द्वारा इन आरोपों की सत्यता की तह तक जाना होगा. इस पूरे मामले ने भारत में शिक्षण-संस्था सुरक्षा, अभिभावक विश्वास और आध्यात्मिक सत्ता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं.


