हथिनी महादेवी की वापसी को लेकर फडणवीस एक्टिव, वनतारा से मिली सहमति
गुजरात के जामनगर स्थित रिलायंस फाउंडेशन के वन्यजीव संरक्षण केंद्र 'वनतारा' में हाल ही में स्थानांतरित की गई हथिनी महादेवी उर्फ माधुरी की वापसी को लेकर महाराष्ट्र में जनभावनाएं उफान पर हैं. कोल्हापुर के नंदनी मठ से तीन दशकों पुराने जुड़ाव के चलते स्थानीय लोगों की भावनाएं महादेवी से गहराई से जुड़ी हैं.

गुजरात के जामनगर स्थित रिलायंस फाउंडेशन के वन्यजीव संरक्षण केंद्र 'वनतारा' में भेजी गई हथिनी महादेवी (माधुरी) की वापसी को लेकर महाराष्ट्र में जनभावनाएं तेज हैं. इस बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महादेवी को वापस लाने को लेकर वनतारा प्रबंधन से बातचीत की है. उन्होंने स्पष्ट किया कि वनतारा प्रबंधन का हथिनी को अपने पास रखने का कोई इरादा नहीं है और वे सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि महाराष्ट्र सरकार हथिनी की सुरक्षित वापसी के लिए कानूनी प्रक्रिया में हिस्सा लेगी और कोल्हापुर के नंदनी मठ में महादेवी के लिए पुनर्वास केंद्र स्थापित करने की दिशा में भी वनतारा का पूरा सहयोग मिल रहा है.
फडणवीस की वनतारा अधिकारियों से बातचीत
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को मुंबई में वनतारा परियोजना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. यह परियोजना रिलायंस फाउंडेशन द्वारा गुजरात के जामनगर में संचालित की जाती है. इस बैठक में हथिनी महादेवी की वापसी को लेकर विस्तार से चर्चा की गई.
फडणवीस ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि मैंने मुंबई में वनतारा प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की. उन्होंने आश्वासन दिया है कि वनतारा, महाराष्ट्र सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर की जाने वाली याचिका में भाग लेगा, जिसमें हथिनी महादेवी (माधुरी) को नंदनी मठ में सुरक्षित रूप से वापस लाने की मांग की जाएगी.
महादेवी को रखने का कोई इरादा नहीं- वनतारा
वनतारा के एक अधिकारी ने भी पुष्टि की कि उनके पास महादेवी को रखने का कोई इरादा नहीं है. उन्होंने कहा कि हम केवल माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन कर रहे हैं और महादेवी की देखभाल कर रहे हैं.
कोल्हापुर में पुनर्वास केंद्र की तैयारी
फडणवीस ने बताया कि वनतारा ने राज्य सरकार को कोल्हापुर जिले के नंदनी मठ के पास एक पुनर्वास केंद्र स्थापित करने में भी पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है. इसके लिए वन विभाग ने भूमि का चयन कर लिया है.
जनभावनाओं के चलते सरकार की पहल
हथिनी महादेवी को वनतारा भेजे जाने के बाद जनता में भारी विरोध देखने को मिला. इसके बाद मुख्यमंत्री फडणवीस ने घोषणा की थी कि सरकार हथिनी को वापस लाने के लिए कानूनी विकल्प तलाशेगी. उन्होंने कहा कि जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार कानूनी प्रक्रिया में हस्तक्षेप करेगी. जैन मठ सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करेगा, जिसमें राज्य सरकार हस्तक्षेप याचिका के माध्यम से सहयोग करेगी.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हुई थी शिफ्टिंग
महादेवी, जिसे माधुरी के नाम से भी जाना जाता है, पिछले तीन दशकों से कोल्हापुर के स्वस्तिश्री जिनसेन भट्टारक पत्ताचार्य महास्वामी संस्था, नंदनी मठ में थी. पशु अधिकार संगठन PETA और अन्य संस्थाओं द्वारा उसकी स्वास्थ्य स्थिति को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी.
22 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए महादेवी को जामनगर स्थित राधे कृष्ण टेम्पल एलिफेंट वेलफेयर ट्रस्ट, वनतारा में स्थानांतरित करने का आदेश दिया था. 28 जुलाई को भारी भावनात्मक विदाई के साथ हथिनी को ट्रक से जामनगर भेजा गया.


