कौन होगा बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष? दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व की बंद कमरे में अहम चर्चा
भारतीय जनता पार्टी में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर चर्चा तेज है. इसी सिलसिले में बुधवार को संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और भाजपा के संगठन महासचिव बीएल संतोष की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई.

भारतीय जनता पार्टी में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर चल रही अटकलों ने अब तेजी पकड़ ली है. जेपी नड्डा का कार्यकाल लोकसभा चुनाव से पहले ही समाप्त हो गया था. हालांकि चुनावों के सुचारू संचालन के लिए इसे दो बार बढ़ाया गया. लेकिन अब पार्टी शीर्ष स्तर पर नए अध्यक्ष के चयन के लिए सक्रिय हो गई है.
भाजपा की बैठक
इसी सिलसिले में बुधवार को संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और भाजपा के संगठन महासचिव बीएल संतोष की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. यह बैठक लगभग एक घंटे चली और इसमें न केवल नए राष्ट्रीय अध्यक्ष बल्कि उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के नाम पर भी विस्तृत चर्चा हुई.
बीजेपी की नियमावली के अनुसार, नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले पार्टी को कम से कम 50 प्रतिशत राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे करने होते हैं. पार्टी यह प्रक्रिया पूरी कर चुकी है, इसलिए अब नया अध्यक्ष घोषित करने की औपचारिकता ही बची है. लंबे समय से नामों की अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन आधिकारिक रूप से पार्टी ने अब तक कोई संकेत नहीं दिया है.
अध्यक्ष पद की रेस में कौन से नाम?
अध्यक्ष पद की रेस में जो नाम सबसे ज्यादा चर्चा में हैं, उनमें केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सबसे आगे माने जा रहे हैं. इनके अलावा भूपेंद्र यादव, देवेंद्र फडणवीस, निर्मला सीतारमण और विनोद तावड़े जैसे नेताओं के नाम भी सुर्खियों में हैं. भाजपा में पिछले कुछ वर्षों में कई बड़े पदों पर चौंकाने वाले फैसले हुए हैं, इसलिए नए अध्यक्ष के नाम को लेकर किसी भी संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता.
इसी बीच उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के चयन को लेकर भी हलचल तेज है. सोमवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर भाजपा और आरएसएस के बीच लगभग तीन घंटे लंबी समन्वय बैठक हुई. सूत्रों के अनुसार, यूपी अध्यक्ष पद के लिए एक ब्राह्मण, एक दलित और तीन ओबीसी नेताओं के नामों पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है. माना जा रहा है कि राज्य अध्यक्ष की घोषणा इसी हफ्ते हो सकती है, ताकि आगामी विधानसभा उपचुनावों और 2027 की तैयारी को तेजी से आगे बढ़ाया जा सके.
कुल मिलाकर, भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी अध्यक्ष की घोषणा आने वाले दिनों में पार्टी की राजनीतिक दिशा और संगठनात्मक रणनीति को नई धार देने वाली साबित होगी.


