कराची भारत के निशाने पर! ऑपरेशन सिंदूर से 'मिनी पाकिस्तान' की कमजोर नस पकड़ में
पहलगाम हमले के बाद शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान को कमजोर कर दिया है. भारतीय सेना ने कराची के पास मलीर कैंट पर सटीक हमले किए, जिससे पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची खतरे में आ गई है. अब पाकिस्तान अपनी रक्षा और आर्थिक स्थिति के लिए भारत पर निर्भर है.

भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर को प्राथमिक सफलताओं के बाद शर्तों के साथ स्थगित किया है.इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 12 सैन्य ठिकानों को नष्ट किया, जिसमें नूर खान और रहीम यार खान एयरबेस शामिल हैं.इन हमलों ने पाकिस्तान की सैन्य क्षमता को गंभीर रूप से कमजोर किया है और उसे अंतरराष्ट्रीय दबाव में ला दिया है.पाकिस्तान ने अमेरिकी मध्यस्थता से संघर्षविराम स्वीकार किया, जिससे उसकी सैन्य प्रतिष्ठा को धक्का लगा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति में कोई नरमी नहीं बरतेगा.उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि यदि वह आतंकवाद का समर्थन जारी रखता है, तो भारत फिर से सैन्य कार्रवाई कर सकता है.उन्होंने कहा कि "आतंक और बातचीत साथ नहीं चल सकते" और पाकिस्तान को अपने कृत्यों का जवाब देना होगा.
जिस कराची ने 1971 में झेला भारत का वार
ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान की सैन्य प्रतिष्ठा को धक्का पहुँचाया है और उसे अंतरराष्ट्रीय दबाव में ला दिया है.पाकिस्तान ने अमेरिकी मध्यस्थता से संघर्षविराम स्वीकार किया, जिससे उसकी सैन्य प्रतिष्ठा को धक्का लगा है.भारत ने स्पष्ट किया है कि यदि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन जारी रखता है, तो भारत फिर से सैन्य कार्रवाई कर सकता है.
ऑपरेशन सिंदूर में फिर बना निशाना
ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान की सैन्य प्रतिष्ठा को धक्का पहुँचाया है और उसे अंतरराष्ट्रीय दबाव में ला दिया है.पाकिस्तान ने अमेरिकी मध्यस्थता से संघर्षविराम स्वीकार किया, जिससे उसकी सैन्य प्रतिष्ठा को धक्का लगा है.भारत ने स्पष्ट किया है कि यदि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन जारी रखता है, तो भारत फिर से सैन्य कार्रवाई कर सकता है।


