भारत में फिर कोरोना की वापसी! जानिए कितना खतरनाक है नया वेरिएंट, बचाव और लक्षण
भारत में एक बार फिर कोरोना वायरस की वापसी देखने को मिल रही है.कोविड-19 के नए वेरिएंट JN.1 ने दिल्ली, केरल, कर्नाटक जैसे राज्यों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है. इस नए वेरिएंट के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है. हालांकि इसके लक्षण फिलहाल हल्के बताए जा रहे हैं. आइए जानते हैं इससे जुड़ी जरूरी जानकारी.

साल 2020 से 2022 के बीच तबाही मचाने वाला कोरोना वायरस एक बार फिर से अपनी मौजूदगी का एहसास कराने लगा है. देश के कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. सबसे ज्यादा चिंता का विषय है कोरोना का नया वैरिएंट JN.1, जो अब कई प्रदेशों में फैल चुका है. केरल में मई महीने में अब तक सबसे अधिक मामले सामने आए हैं, जबकि बेंगलुरु में एक नौ महीने की बच्ची भी इसकी चपेट में आ गई है.
कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एडवायजरी जारी की है और अस्पतालों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. दिल्ली, केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में संक्रमण की निगरानी तेज कर दी गई है. स्वास्थ्य मंत्री से लेकर जिला अधिकारियों तक, सभी हालात पर नजर बनाए हुए हैं.
दिल्ली में एक्टिव केस बढ़े
राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामलों में हाल ही में इजाफा हुआ है. स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने स्थिति की समीक्षा करते हुए बताया कि अब तक 23 सक्रिय केस सामने आए हैं, जिनकी रिपोर्ट निजी लैब्स से प्राप्त हुई है. उन्होंने अस्पतालों को सतर्क रहने और जरूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं.
बेंगलुरु में 9 महीने की बच्ची कोरोना पॉजिटिव
कर्नाटक के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि बेंगलुरु में 9 महीने की एक बच्ची कोविड-19 से संक्रमित पाई गई है. बच्चे का इलाज वाणी विलास अस्पताल, कलासिपाल्या में चल रहा है और उसकी हालत स्थिर है. प्रमुख सचिव हर्ष गुप्ता ने बताया कि 22 मई को किए गए रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) में बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. बताया गया कि बच्ची बेंगलुरु ग्रामीण जिले के होसकोटे की निवासी है और शुरुआत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराई गई थी. फिलहाल राज्य में कुल 35 सक्रिय केस हैं, जिनमें से 32 सिर्फ बेंगलुरु से हैं.
केरल में सबसे अधिक मामले
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने राज्य के सभी जिलों में कोविड निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने जिला चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि संक्रमण में किसी भी प्रकार की वृद्धि पर तुरंत कार्रवाई की जाए. केरल में मई महीने में अब तक 273 नए मामले सामने आए हैं. सबसे अधिक केस कोट्टायम (82), तिरुवनंतपुरम (73), एर्नाकुलम (49), पठानमथिट्टा (30) और त्रिशूर (26) से रिपोर्ट हुए हैं.
देशभर में फैल रहा नया वैरिएंट
INSACOG द्वारा साझा किए गए डेटा के अनुसार, भारत में कोविड-19 के दो नए वैरिएंट सामने आए हैं. इनमें NB.1.8.1 का एक मामला और LF.7 के चार मामले शामिल हैं. ये केस हाल ही में महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और दिल्ली से सामने आए हैं, जिससे संक्रमण की गंभीरता और बढ़ गई है.
JN.1 बेहद संक्रामक, सतर्कता जरूरी
दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टर अविरल माथुर ने चेतावनी दी है कि, JN.1 वैरिएंट और इसके सब-वैरिएंट से जुड़े कोविड-19 मामलों में हालिया उछाल के साथ हमें सावधानी के साथ काम करना चाहिए. यह स्ट्रेन अत्यधिक संक्रामक है, हालांकि लक्षण ज्यादातर हल्के ही रहते हैं. फिर भी, रोकथाम महत्वपूर्ण है. डॉ. माथुर ने मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे सुरक्षा उपायों को अपनाने की सलाह दी है.
नया वेरिएंट JN.1 कितना खतरनाक है?
संक्रमक दर: JN.1 की ट्रांसमिशन क्षमता बहुत तेज है, यानी यह एक व्यक्ति से दूसरे में जल्दी फैल सकता है.
गंभीरता: फिलहाल जो मामले सामने आए हैं, उनमें लक्षण हल्के देखे गए हैं, लेकिन कमजोर इम्यूनिटी वाले, बुजुर्ग और बच्चों के लिए यह जोखिम भरा हो सकता है.
JN.1 वेरिएंट के सामान्य लक्षण
हल्का बुखार
गले में खराश
नाक बहना या बंद होना
सिरदर्द
हल्की खांसी
थकान और शरीर में दर्द
कुछ मामलों में पेट से जुड़ी समस्याएं (उल्टी, दस्त)
कैसे करें बचाव?
मास्क पहनना शुरू करें – खासकर भीड़भाड़ वाली जगहों पर.
हाथों की सफाई – साबुन या सैनिटाइज़र से बार-बार हाथ धोएं.
भीड़भाड़ से बचें – सार्वजनिक जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें.
टीकाकरण – यदि आपने बूस्टर डोज़ नहीं लगवाई है तो जल्द लगवाएं.
सर्दी-खांसी वालों से दूरी – संक्रमित व्यक्ति से संपर्क न करें.
खुद की जांच करवाएं – लक्षण नजर आते ही टेस्ट जरूर कराएं.


