क्या खत्म हो रहा है Pi Coin पर भरोसा? डंपिंग, OKX से 102 मिलियन टोकन निकाले, पारदर्शिता पर उठे सवाल
Pi Network को लेकर इन दिनों बड़ा बवाल मचा हुआ है। मई 2025 में OKX एक्सचेंज से अचानक 102.7 मिलियन Pi टोकन निकाले गए, जिससे अंदरूनी लेन-देन और केंद्रीकरण की आशंका तेज हो गई है. भारी मात्रा में ट्रांजैक्शनों और टोकन बिक्री की खबरों ने निवेशकों और विश्लेषकों के बीच घबराहट फैला दी है.

Pi Coin को लेकर निवेशकों और विशेषज्ञों के बीच इन दिनों गहरी चिंता फैल रही है. OKX एक्सचेंज से भारी मात्रा में टोकन निकाले जाने और आंतरिक वॉलेट्स से हुई बिक्री ने Pi Network की पारदर्शिता और केंद्रीकरण को लेकर बहस छेड़ दी है. वहीं, टोकन की कीमत में उतार-चढ़ाव और मुख्य टीम की चुप्पी ने हालात को और गंभीर बना दिया है.
पिछले कुछ समय में Pi Coin ने कुछ बाजारों में traction जरूर हासिल किया है, लेकिन इसकी उपयोगिता, गवर्नेंस और खुली जानकारी की कमी के चलते अब यह नेटवर्क आलोचना के घेरे में है. Core Team पर पारदर्शिता बढ़ाने का दबाव तेज होता जा रहा है, वहीं समुदाय में भी असंतोष साफ झलक रहा है.
OKX से 102 मिलियन टोकन की निकासी
मई 2025 के मध्य में OKX क्रिप्टो एक्सचेंज से मात्र तीन दिनों के भीतर 102.7 मिलियन से अधिक Pi टोकन निकाले गए. इसने बाजार में उथल-पुथल और इनसाइडर गतिविधियों की आशंका को जन्म दे दिया. इतना ही नहीं, कुछ ट्रांजैक्शन तो 70 मिलियन टोकन से भी अधिक के थे, जिससे नेटवर्क के केंद्रीकरण और पारदर्शिता की पोल खुलती नजर आई.
Pi Coin की कीमत जहां $0.79 के आसपास है, वहीं यह साल 2025 की शुरुआत में $2.99 तक पहुंच चुकी थी. अब इसके इतनी तेजी से गिरने के पीछे कई विशेषज्ञ Foundation के वॉलेट्स से टोकन की बिक्री को वजह मान रहे हैं.
ब्लॉकचेन विशेषज्ञों की चेतावनी
Brave New Coin की एक रिपोर्ट के अनुसार, Pi Foundation के नियंत्रण वाले कुछ पुराने वॉलेट्स दोबारा एक्टिव होकर लाखों टोकन बेच रहे हैं. इससे यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या Pi Network वास्तव में विकेंद्रीकृत है, जैसा कि यह लंबे समय से दावा करता आया है.
टोकन की गिरती कीमत और तकनीकी विश्लेषण
पिछले 24 घंटों में Pi Coin की कीमत में 4.8% की गिरावट देखी गई, जबकि पिछले एक महीने में यह 30% बढ़ा था. Crypto.news की रिपोर्ट बताती है कि Pi Coin अब $0.90 के मजबूत रेजिस्टेंस स्तर पर फंसा हुआ है और अगर बिक्री का दबाव बढ़ता है तो यह $0.66 तक गिर सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, "Pi Coin एक bearish flag पैटर्न बना रहा है, जो गिरावट की ओर संकेत करता है."
Dr. Altcoin का खुलासा
ब्लॉकचेन विश्लेषक Dr. Altcoin ने X (पूर्व में Twitter) पर खुलासा किया कि Gate.io पर 1.4 मिलियन से अधिक Pi टोकन बेचे गए, जो कि Pi Foundation से जुड़े एक वॉलेट से ट्रांसफर हुए थे. उन्होंने कहा कि ये सिर्फ FUD नहीं है. ये पारदर्शिता, जवाबदेही और एक ऐसे नेटवर्क की बात है जो खुद को आम लोगों के लिए बताता है. उनके अनुसार, Pi Foundation से जुड़े वॉलेट्स में अभी भी 90 बिलियन से अधिक टोकन मौजूद हैं.
टोकन अनलॉकिंग से बढ़ी बाजार की चिंता
मई 2025 में पहले ही 110 मिलियन से अधिक टोकन जारी किए जा चुके हैं और आने वाले 12 महीनों में कुल 1.47 बिलियन टोकन अनलॉक होने की योजना है. जबकि यह Pi Network के टोकनॉमिक्स रोडमैप का हिस्सा है, लेकिन यह अनलॉकिंग ऐसे समय पर हो रही है जब फाउंडेशन वॉलेट्स से बिक्री की खबरें सामने आ रही हैं. इससे निवेशकों की चिंता और बढ़ गई है.
समुदाय में बढ़ती नाराजगी और भरोसे की कमी
एक समय Pi Network को मोबाइल माइनिंग और समानता के विचार से प्रेरित नेटवर्क माना जाता था. लेकिन अब KYC प्रक्रियाओं में देरी, मुख्य नेटवर्क तक सीमित पहुंच और उपयोगिता की कमी ने समुदाय को विभाजित कर दिया है. Brave New Coin के हवाले से कहा गया. Pi Crypto पर अब तक कोई ठोस DeFi प्रोजेक्ट या dApp तैयार नहीं हुआ है. जब तक वास्तविक उपयोग के उदाहरण नहीं होंगे, तब तक Pi की कीमत में कोई स्थायी बढ़त नहीं देखी जा सकती."
बड़े एक्सचेंजों से दूरी और सीमित लिक्विडिटी
Pi Network ने dApp डेवलपमेंट के लिए $100 मिलियन का वेंचर फंड लॉन्च किया है, लेकिन Binance जैसे प्रमुख एक्सचेंजों पर इसकी अब तक कोई लिस्टिंग नहीं हुई है. इससे टोकन की लिक्विडिटी और ट्रेडर इंटरेस्ट दोनों प्रभावित हो रहे हैं.
आशा कायम, लेकिन सवाल भी बरकरार
हालांकि कुछ समर्थक अब भी Pi Network में भरोसा बनाए हुए हैं. एक क्रिप्टो इन्फ्लुएंसर Mr. Spock ने कहा कि जब आलोचक किनारे पर खड़े थे, तब सच्चे Pioneers ने माइनिंग जारी रखी, निर्माण किया और विश्वास जताया – और अब नतीजे सामने आ रहे हैं. एक अन्य उपयोगकर्ता ने जोड़ा, “ये अब कोई टेस्टनेट प्रयोग नहीं है – Pi Network Coin अब असली दुनिया में कदम रख रहा है.”
लेकिन जब तक Core Team टोकन वितरण, वॉलेट पारदर्शिता और उपयोगिता से जुड़े मुद्दों को स्पष्ट रूप से हल नहीं करती, तब तक नेटवर्क की विश्वसनीयता पर सवाल बने रहेंगे. विश्लेषकों की चेतावनी है कि Pi Network का भविष्य इन ढांचागत खामियों को कैसे सुलझाया जाता है, इस पर निर्भर करेगा.


