मिलिए नंदिनी अग्रवाल से... जो 19 साल की उम्र में बनीं दुनिया की सबसे कम उम्र की CA
नंदिनी अग्रवाल ने 19 साल की उम्र में सीए फाइनल में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल कर दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का रिकॉर्ड बनाया, जो युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है.

देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंसी) को पास करना किसी उपलब्धि से कम नहीं होता. इसके लिए, आमतौर पर सालों की मेहनत और कई प्रयासों की आवश्यकता होती है. लेकिन मध्य प्रदेश के मुरैना की नंदिनी अग्रवाल ने इस परीक्षा को ना केवल पहले ही प्रयास में पास किया, बल्कि महज 19 साल की उम्र में दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट बनकर इतिहास रच दिया.
नंदिनी को 2021 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा इस उपलब्धि के लिए मान्यता मिली. यहीं नहीं, उन्होंने पूरे देश में सीए परीक्षा में पहला स्थान हासिल कर एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. उनके इस रिकॉर्ड की पुष्टि इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने भी की थी.
19 साल, 8 महीने और 18 दिन में बड़ी उपलब्धि
नंदिनी अग्रवाल ने जुलाई 2021 में सीए (न्यू कोर्स) की अंतिम परीक्षा दी थी और मात्र 19 साल, 8 महीने और 18 दिन की उम्र में ऑल इंडिया रैंक 1 प्राप्त की थी. नंदिनी ने अपनी कॉर्पोरेट यात्रा PwC से आर्टिकल ट्रेनी के तौर पर शुरू की और कई प्रकार की ऑडिट्स जैसे कि स्टैच्यूटरी ऑडिट्स, ग्रुप रिपोर्टिंग, टैक्स ऑडिट्स और फॉरेंसिक ऑडिट्स में 3 सालों का अनुभव हासिल किया. उन्होंने Boston Consulting Group (BCG) में एक साल से ज्यादा समय तक एसोसिएट मैनेजमेंट कंसल्टेंट के रूप में काम किया और G20 टीम का हिस्सा भी रहीं.
डिजिटल आइकन बनीं नंदिनी
नंदिनी सिर्फ एक प्रोफेशनल चार्टर्ड अकाउंटेंट नहीं, बल्कि एक प्रभावशाली कंटेंट क्रिएटर भी हैं. इंस्टाग्राम पर उनके 74 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं, जबकि यूट्यूब पर उनके दो लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं. वहां वो नियमित रूप से सीए परीक्षा और स्टडी टिप्स से जुड़े वीडियो साझा करती हैं.
खुद के शब्दों में नंदिनी की सफलता
LinkedIn पर अपनी प्रोफाइल में नंदिनी ने लिखा है – 'चार्टर्ड अकाउंटेंट (बी.कॉम के साथ) जिन्होंने 19 साल की उम्र में सीए फाइनल में एआईआर 1 तथा 16 साल की उम्र में सीए इंटर में एआईआर 31 प्राप्त कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है. मैंने अपनी कॉर्पोरेट यात्रा पीडब्ल्यूसी के साथ शुरू की... तथा कई गतिशील टीमों का हिस्सा रहा हूं...'
नंदिनी की ये उपलब्धि ना सिर्फ युवाओं के लिए प्रेरणा है, बल्कि ये साबित करती है कि लगन और मेहनत से कोई भी सपना हकीकत बन सकता है.


