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क्या होने जा रहा बड़ा एक्शन?, सूचना मंत्रालय ने मीडिया चैनल को एडवाइजरी जारी कर दिये यह निर्देश

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिनमें तीन पाकिस्तानी आतंकवादी शामिल थे. इस घटना ने एक बार फिर विदेशी और स्थानीय आतंकियों के बीच मजबूत होते नेटवर्क को लेकर गंभीर चिंता खड़ी कर दी है.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने सुरक्षा को लेकर सख्ती बढ़ा दी है. इसी कड़ी में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सभी समाचार चैनलों को राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से सलाह दी है कि वे सेना की गतिविधियों और अभियानों का लाइव प्रसारण न करें. यह कदम आतंकी गतिविधियों को लेकर बढ़ते खतरे और संवेदनशील सूचनाओं के लीक से रोकथाम के मकसद से उठाया गया है.  

14 स्थानीय आतंकवादियों की सूची तैयार

इस बीच, खुफिया एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में सक्रिय 14 स्थानीय आतंकवादियों की सूची तैयार की है, जो पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों से जुड़े बताए जा रहे हैं. इन युवकों की उम्र 20 से 40 वर्ष के बीच है और ये हिजबुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) जैसे आतंकी संगठनों के लिए काम कर रहे हैं.  

सूत्रों के मुताबिक, लश्कर से आठ, जैश से तीन और हिजबुल से तीन आतंकी जुड़े हुए हैं. इनमें आदिल रहमान डेन्टू, जो लश्कर का सोपोर जिला कमांडर है, 2021 से सक्रिय है. आसिफ अहमद शेख, जैश का अवंतीपोरा जिला कमांडर, 2022 से आतंकी गतिविधियों में शामिल है. पुलवामा से अहसान अहमद शेख और हारिस नजीर लश्कर से जुड़े हैं, जबकि आमिर नजीर वानी और यावर भट जैश से ताल्लुक रखते हैं. 

जुबैर अहमद गनी, लश्कर का प्रमुख आतंकी

शोपियां जिले में आसिफ अहमद खांडे, नसीर अहमद वानी, शाहिद अहमद कुटे, आमिर डार और अदनान डार जैसे आतंकी सक्रिय हैं, जो लश्कर और उसके सहयोगी संगठन टीआरएफ के लिए काम कर रहे हैं. अनंतनाग से जुबैर अहमद वानी, हिजबुल का ऑपरेशनल चीफ है और A+ श्रेणी का आतंकी माना जाता है. हारून रशीद गनई भी हिजबुल से जुड़ा है और POK में प्रशिक्षण लेकर लौटा है. कुलगाम के जुबैर अहमद गनी को लश्कर का प्रमुख आतंकी माना जा रहा है.  

आतंकवाद का नेटवर्क

इन स्थानीय आतंकियों की पहचान ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में हुए पहलगाम हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे, जिनमें तीन पाकिस्तानी आतंकी शामिल थे. इस घटना ने विदेशी और स्थानीय आतंकियों के गठजोड़ की आशंका को और गहरा कर दिया है. इसके बाद दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, अनंतनाग और शोपियां में सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान तेज कर दिया है. एजेंसियों का मानना है कि यह सूची आतंकवाद के नेटवर्क को तोड़ने में अहम भूमिका निभा सकती है.

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26 April 2025, 04:08 PM IST

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