POK कांग्रेस ने दिया था… लेने का काम BJP करेगी!” – शाह का ऐलान
राज्यसभा में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों को ध्वस्त कर आतंकियों को मार गिराया. उन्होंने सेना और जांच एजेंसियों की सराहना की. विपक्ष ने प्रधानमंत्री की गैरमौजूदगी को लेकर हंगामा किया और वॉकआउट कर दिया. शाह ने विपक्ष की मांग को अनुचित बताते हुए सरकार की कार्रवाई को सही ठहराया.

राज्यसभा में बुधवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पहलगाम आतंकी हमले को लेकर चर्चा गर्म रही. गृह मंत्री अमित शाह ने इस चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि भारत ने आतंकियों और पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया है. जैसे ही शाह ने बोलना शुरू किया, विपक्ष ने प्रधानमंत्री की गैरमौजूदगी को लेकर विरोध जताया और नारेबाज़ी शुरू कर दी – "प्रधानमंत्री सदन में आओ."
पीएम मोदी की अनुपस्थिति पर नाराजगी
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति को सदन का अपमान बताया. उन्होंने मांग की कि नरेंद्र मोदी खुद सदन में आकर जवाब दें क्योंकि कई मुद्दे सीधे उनसे जुड़े हैं. इसके जवाब में अमित शाह ने कहा कि पीएम कार्यालय में हैं और सब कुछ देख-सुन रहे हैं. उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, “क्या उन्हें पीएम को सुनने का ज़्यादा शौक है?”
विपक्ष का वॉकआउट
गृह मंत्री की बातों से असंतुष्ट कांग्रेस, टीएमसी और आरजेडी सहित विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट कर दिया. शाह ने कहा कि यह तय होता है कि सरकार किसके माध्यम से जवाब देगी और विपक्ष की मांग और उनका स्टैंड दोनों ही गलत हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष इसलिए वॉकआउट करता है क्योंकि वो सच्चाई नहीं सुन सकते कि उन्होंने अपने वोटबैंक के लिए क्या-क्या किया है.
‘ऑपरेशन महादेव’ और आतंकियों का सफाया
शाह ने बताया कि इस ऑपरेशन में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकियों को मार गिराया गया. इनमें सुलेमान भी शामिल था, जिसने पहलगाम में हमला किया था. जांच में पुष्टि हुई कि हमले में जिन राइफलों का इस्तेमाल हुआ था, वही राइफल्स मारे गए आतंकियों से बरामद की गईं. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि POK को कांग्रेस ने पाकिस्तान को देने का काम किया,अब बीजेपी उसे वापस लाने का काम करेगी.
लश्कर के ठिकानों पर करारा वार
गृह मंत्री ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत लश्कर-ए-तैयबा के हेडक्वार्टर को तबाह किया गया. यह सब कुछ हमारी सेना, पुलिस, सीआरपीएफ, एनआईए और एफएसएल के संयुक्त प्रयासों से संभव हुआ. उन्होंने सभी एजेंसियों को सफल ऑपरेशन के लिए बधाई दी.
राज्यसभा की यह चर्चा न सिर्फ सुरक्षा बलों की कार्रवाई को लेकर थी, बल्कि एक बार फिर सत्ता और विपक्ष के बीच तीखा टकराव देखने को मिला. जहां एक ओर शाह ने सेना की सफलता को रेखांकित किया, वहीं विपक्ष प्रधानमंत्री की गैरहाज़िरी को लेकर सवाल उठाता रहा.


