पाकिस्तानियों को छोड़ना होगा भारत... वीजा रद्द होने के बाद 29 अप्रैल तक देश से जाने का आदेश
भारत ने पाकिस्तान के नागरिकों के सभी वीजा रद्द कर दिए हैं, सिवाय दीर्घकालिक और राजनयिक वीजा के, और पाकिस्तानियों को 27 अप्रैल से देश छोड़ने का निर्देश दिया है.

पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद, भारत ने कड़ा कदम उठाते हुए पाकिस्तान के नागरिकों को दिए गए सभी वीजा रद्द कर दिए हैं, सिवाय दीर्घकालिक (Long-Term) और राजनयिक वीजा के. ये आदेश 27 अप्रैल से प्रभावी हो गया है और इसके बाद कई राज्यों में इन व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें देश छोड़ने की प्रक्रिया को तेज किया गया है. अधिकारियों के अनुसार, व्यापार, तीर्थ यात्रा, पर्यटक या विजिटर वीजा वाले व्यक्तियों को शनिवार शाम तक देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है, जबकि चिकित्सा वीजा पर मौजूद लोगों को 29 अप्रैल तक का समय दिया गया है.
अटारी बॉर्डर पर पंजाब के प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल ने इस कदम की पुष्टि करते हुए कहा कि आज व्यापार, तीर्थ यात्रा, पर्यटक या विजिटर वीजा वाले व्यक्तियों के लिए अंतिम तारीख है. चिकित्सा वीजा पर मौजूद लोग 29 अप्रैल तक देश छोड़ने के लिए बाध्य होंगे.
तेलंगाना: 230 पाकिस्तानी नागरिक, अधिकांश दीर्घकालिक वीजा पर
तेलंगाना के डीजीपी जितेंद्र ने बताया कि सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, राज्य में वर्तमान में 230 पाकिस्तानी नागरिक निवास कर रहे हैं, जिनमें से ज्यादातर हैदराबाद में हैं. इनमें से 199 लोग दीर्घकालिक वीजा (LTVs) पर हैं, जो आमतौर पर भारतीय नागरिकों से शादी करने वालों या भारत में रक्त संबंध रखने वालों को जारी किए जाते हैं. अन्य लोग चिकित्सा, व्यापार या शॉर्ट-टर्म वीजा पर हैं. अधिकारियों ने चिकित्सा वीजा पर मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को 29 अप्रैल तक देश छोड़ने का निर्देश दिया है.
कर्नाटक: 92 पाकिस्तानी नागरिक निवास कर रहे हैं
सूत्रों के अनुसार, कर्नाटक में 92 पाकिस्तानी नागरिक निवास कर रहे हैं, जो प्रमुख रूप से मैसूर, उत्तरा कन्नड़, तुमकुर और दावणगेरे जिलों में बसे हुए हैं. इन 92 में से केवल 4 लोग दीर्घकालिक वीजा पर नहीं हैं और उन्हें तुरंत देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है. पुलिस ने इन व्यक्तियों से संपर्क कर उन्हें निर्देशों का पालन करने को कहा है. कर्नाटक में उत्तरा कन्नड़ जिले में पाकिस्तानी मूल के निवासियों की संख्या सबसे ज्यादा है, जिनमें 15 लोग शामिल हैं – 12 महिलाएं और 3 बच्चे. इनमें से कई लोग गल्फ देशों में कार्यरत भारतीय श्रमिकों से विवाह करके आए थे. गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, दीर्घकालिक वीजा धारकों को रहने की अनुमति दी गई है, पुलिस ने ये जानकारी दी.
महाराष्ट्र: कोई भी पाकिस्तानी नागरिक लापता नहीं: CM फडणवीस
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में 107 पाकिस्तानी नागरिकों के गायब होने की खबरों को बेवजह और भ्रामक करार दिया. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री के रूप में मैं ये आश्वासन देना चाहता हूं कि इन रिपोर्ट्स में कोई सच्चाई नहीं है. महाराष्ट्र में निवास कर रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों का हिसाब किताब किया गया है. कोई भी भ्रामक जानकारी नहीं फैलानी चाहिए.


