score Card

फडणवीस के प्रयासों की प्रशंसा: विपक्ष के नेताओं ने भी की सराहना

गढ़चिरौली, नक्सल प्रभावित महाराष्ट्र का जिला, अब विकास के नए युग की ओर अग्रसर हो रहा है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के प्रयासों से यहां स्टील सिटी बनाने की योजना को जोर मिल रहा है. इसे विपक्षी नेताओं और स्थानीय नेताओं का भी समर्थन मिल रहा है. शिवसेना यूबीटी और एनसीपी ने इसे सकारात्मक पहल बताते हुए सराहना की है. 'सामना' के संपादकीय ने भी इसे बेहतर भविष्य की ओर एक कदम बताया है.

Lalit Sharma
Edited By: Lalit Sharma

मुबई/पुणे: मोदी द्वारा सुदूर और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास को आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के प्रयासों की सराहना करने के एक दिन बाद, मुख्यमंत्री के दो राजनीतिक विरोधियों, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) की सुप्रिया सुले ने गढ़चिरौली की उनकी यात्रा की प्रशंसा की. यूबीटी सेना के मुखपत्र सामना में जहां फडणवीस ने कहा कि उस नक्सल प्रभावित जिले में विकास का एक नया युग शुरू किया है. वहीं सुले ने कहा कि यह दिवंगत आरआर पाटिल थे जिन्होंने गढ़चिरौली में विकास कार्य शुरू किया था, जब वे राज्य के गृह मंत्री थे. यह देखना अच्छा है कि फडणवीस उस विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं.

एनसीपी विधायक छगन भुजबल ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले के कार्यों को आगे बढ़ाने का सराहनीय प्रयास किया है। एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने भी मुख्यमंत्री की कार्यशैली की तारीफ की। उन्होंने कहा कि फडणवीस राज्य मंत्रिमंडल में एकमात्र ऐसे मंत्री हैं जो सरकार बनने के पहले दिन से ही "एक्शन मोड" में नजर आ रहे हैं। सुले ने कटाक्ष करते हुए कहा कि "बाकी मंत्री अभी तक सक्रिय नहीं दिख रहे हैं।"

उद्धव ठाकरे और फडणवीस के बीच वाकयुद्ध

उद्धव ठाकरे और देवेंद्र फडणवीस के बीच तीखा वाकयुद्ध देखने को मिला है। हालांकि, अब शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना में मुख्यमंत्री की प्रशंसा करते हुए संपादकीय लिखा गया। इस संपादकीय में गढ़चिरौली को नक्सल प्रभावित जिले से 'स्टील सिटी' के रूप में विकसित करने के फडणवीस के दृष्टिकोण का स्वागत किया गया। संपादकीय में शीर्षक 'बधाई देव भाऊ' के साथ लिखा गया कि "अगर गढ़चिरौली को नई पहचान दी जाती है, तो इसे सराहा जाना चाहिए।"

बीड की कानून-व्यवस्था और गढ़चिरौली का विकास

बीड जिले में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के बाद की स्थिति पर सवाल उठाते हुए सामना ने कहा, "अगर बीड में बंदूकों का राज जारी है लेकिन गढ़चिरौली में संविधान का राज आ रहा है, तो सीएम फडणवीस बधाई के पात्र हैं।" संपादकीय ने गढ़चिरौली में विकास कार्यों के लिए मुख्यमंत्री की पहल को सराहा।

गढ़चिरौली के लिए नई शुरुआत

मुख्यमंत्री फडणवीस ने नए साल की शुरुआत गढ़चिरौली से की और इसे विकास के नए युग की ओर ले जाने का वादा किया। उन्होंने नक्सल प्रभावित इस जिले में विकास को प्राथमिकता देते हुए कहा कि अगर उनके कहे वादे पूरे होते हैं, तो यह केवल गढ़चिरौली ही नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र के लिए सकारात्मक बदलाव होगा। खासतौर पर गरीब आदिवासियों और आम लोगों के लिए यह दिन एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा।

फडणवीस की नेतृत्व क्षमता की सराहना

जहां अन्य मंत्री आकर्षक विभागों और संरक्षक मंत्री पद के लालच में व्यस्त थे, वहीं मुख्यमंत्री ने गढ़चिरौली पहुंचकर विकास की शुरुआत की। सामना ने इसे फडणवीस की नेतृत्व क्षमता का एक और उदाहरण बताया। संपादकीय ने निष्कर्ष में कहा कि गढ़चिरौली में मुख्यमंत्री का विजन अगर हकीकत बनता है, तो यह राज्य के लिए एक प्रेरणादायक कदम होगा।

फडणवीस गढ़चिरौली में कुछ नया करेंगे

अख़बार ने आगे कहा कि अगर मौजूदा सीएम ने गढ़चिरौली में इस तस्वीर को बदलने का फ़ैसला किया है, तो हम उन्हें बधाई देते हैं. गढ़चिरौली के पिछले संरक्षक मंत्री ने भी 'मोटरसाइकिल' पर कई यात्राए. की थीं. हालांकि, यह खुले तौर पर आरोप लगाया गया था कि उनकी यात्राएं वहां के आदिवासियों के विकास के बजाय सिर्फ़ कुछ खनन दिग्गजों का प्रतिशत बढ़ाने के लिए थीं. हालांकि, ऐसा लगता है कि फडणवीस गढ़चिरौली में कुछ नया करेंगे और वहां के आदिवासियों के जीवन को पूरी तरह बदल देंगे. गढ़चिरौली में फडणवीस ने बेहतर बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास की योजनाओं की घोषणा की.

calender
04 January 2025, 06:54 AM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag