फेमस इन्फ्लुएंसर और मॉडल सैन रेचल ने की आत्महत्या, रंगभेद के खिलाफ थी मुखर आवाज
पुदुचेरी की चर्चित मॉडल सैन रेचल ने आत्महत्या कर ली, जिसकी वजह आर्थिक तंगी और पारिवारिक दबाव मानी जा रही है. रंगभेद के खिलाफ मुखर रहने वाली सैन की मौत ने मनोरंजन जगत में मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक भेदभाव पर बहस छेड़ दी है.

पुदुचेरी की चर्चित मॉडल और सोशल मीडिया पर्सनैलिटी सैन रेचल ने रविवार को आत्महत्या कर ली. 26 वर्षीय सैन, जो हाल ही में विवाह के बंधन में बंधी थीं, लंबे समय से मनोरंजन उद्योग में रंगभेद के खिलाफ मुखर आवाज बनकर उभरी थीं. कई अस्पतालों में भर्ती रहने के बाद, उन्होंने जवाहरलाल स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (JIPMER) में आखिरी सांस ली.
उनकी असामयिक मौत ने ना सिर्फ फैशन और फिल्म जगत को हिला दिया है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य, वित्तीय दबाव और भारतीय मीडिया में रंगभेद को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है. पुलिस अब इस आत्महत्या के पीछे की गहराई से जांच कर रही है.
पिता के घर जाने के दौरान निगलीं गोलियां
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सैन रेचल ने अपने पिता के घर जाने के दौरान कई गोलियां निगल लीं. उन्हें पहले सरकारी अस्पताल, फिर एक निजी अस्पताल ले जाया गया और अंततः JIPMER में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई. शुरुआती जांच में आर्थिक तंगी और पारिवारिक दबाव को आत्महत्या की मुख्य वजह बताया जा रहा है.
गहने बेचकर चला रही थीं करियर
जांचकर्ताओं ने बताया कि सैन ने अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए गहने गिरवी रखे और बेचे, ताकि आर्थिक रूप से खुद को संबल दे सकें. उन्होंने अपने पिता से आर्थिक मदद की उम्मीद की थी, लेकिन पिता ने अपने बेटे की जिम्मेदारियों का हवाला देते हुए असमर्थता जताई.
सुसाइड नोट में किसी को नहीं ठहराया दोषी
पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें सान ने स्पष्ट लिखा है कि उनकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है. हालांकि, चूंकि उनका हाल ही में विवाह हुआ था, इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तहसीलदार स्तर की जांच के आदेश दे दिए गए हैं ताकि ये पता लगाया जा सके कि क्या वैवाहिक तनाव ने भी उनकी मानसिक स्थिति को प्रभावित किया.
रंगभेद के खिलाफ थी मुखर आवाज
सैन रेचल ना केवल एक मॉडल थीं, बल्कि उन्होंने भारतीय फैशन और सिनेमा में फैली गोरेपन की मानसिकता को बार-बार चुनौती दी. उन्होंने सोशल मीडिया पर कई बार डार्क स्किन महिलाओं के प्रति हो रहे भेदभाव पर खुलकर बात की. उनकी आवाज ने कई युवा महिलाओं को अपने रंग और पहचान को अपनाने की प्रेरणा दी थी.
2022 में मिला 'मिस पुदुचेरी' का खिताब
अपने काम और विचारों के बल पर सैन रेचल ने मॉडलिंग इंडस्ट्री में एक विशिष्ट पहचान बनाई थी. उन्हें 2022 में 'मिस पुदुचेरी' का खिताब भी मिला था. उनके आकस्मिक निधन से ना केवल उनका परिवार बल्कि पूरे देश में उन्हें चाहने वाले लोग स्तब्ध हैं.
सैन की मौत के बाद सोशल मीडिया पर मानसिक स्वास्थ्य, फैशन इंडस्ट्री का दबाव और डार्क स्किन के खिलाफ भेदभाव जैसे मुद्दों को लेकर व्यापक बहस छिड़ गई है. लोग ये सवाल उठा रहे हैं कि आखिर एक सफल, सशक्त और जागरूक महिला को समाज और परिस्थितियों ने इतना तोड़ कैसे दिया?


