'मैं जम सी गई', बेंगलुरु मेट्रो में महिला के साथ कथित उत्पीड़न, सामने आया दर्दनाक बयान
बेंगलुरु मेट्रो में एक 25 वर्षीय महिला ने सहयात्री पर अनुचित स्पर्श और अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया, जिसके बाद पुलिस ने एनसीआर दर्ज की. महिला ने घटना के बाद पुलिस और सिस्टम की प्रतिक्रिया पर सवाल उठाते हुए सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं की सुरक्षा पर चिंता जताई.

बेंगलुरु की नम्मा मेट्रो में यात्रा के दौरान एक 25 वर्षीय महिला के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ और अभद्र व्यवहार का मामला सामने आया है. महिला ने आरोप लगाया कि एक सहयात्री ने ट्रेन के अंदर उसके साथ अनुचित स्पर्श किया. शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामले में गैर-संज्ञेय रिपोर्ट (एनसीआर) दर्ज की है.
मैजेस्टिक इंटरचेंज के पास की घटना
यह घटना मंगलवार को शहर के व्यस्ततम इलाकों में से एक मैजेस्टिक इंटरचेंज के पास मेट्रो ट्रेन में हुई. पुलिस ने आरोपी की पहचान 55 वर्षीय मुतप्पा के रूप में की है. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी कथित तौर पर नशे की हालत में था और यात्रा के दौरान महिला के पास असामान्य रूप से व्यवहार कर रहा था.
महिला उस समय काम से घर लौट रही थी. उसने बताया कि ट्रेन में वह शुरुआत में दो यात्रियों के बीच बैठी थी. जब उसके पास बैठा एक व्यक्ति अपने स्टेशन पर उतर गया, तो उसकी जगह दूसरा व्यक्ति आकर बैठ गया. महिला के अनुसार, नया यात्री बेहद करीब बैठ गया, जिससे उसे असहज महसूस होने लगा. पहले उसने यह मानकर खुद को थोड़ा समायोजित किया कि भीड़ के कारण ऐसा हो रहा होगा, लेकिन कुछ ही देर में उसे महसूस हुआ कि उसके साथ जानबूझकर गलत व्यवहार किया जा रहा है.
महिला ने बयान में क्या कहा?
महिला ने अपने बयान में कहा कि उसे पहले लगा कि यह अनजाने में हुआ होगा, लेकिन जब बार-बार ऐसा होने लगा और शारीरिक संपर्क बढ़ता गया, तो उसे समझ आ गया कि यह कोई हादसा नहीं है. उस समय वह स्तब्ध और गुस्से में आ गई. जैसे ही उसका स्टेशन आया, वह खड़ी हुई और उस व्यक्ति का विरोध किया.
संयोग से आरोपी भी उसी स्टेशन पर उतर गया. प्लेटफॉर्म पर महिला ने मेट्रो सुरक्षाकर्मियों को घटना की जानकारी दी. सुरक्षाकर्मियों ने तत्काल हस्तक्षेप करते हुए दोनों को अलग किया और मामले को पुलिस तक पहुंचाया. इसके बाद महिला के आग्रह पर आरोपी को पुलिस स्टेशन ले जाया गया.
पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की और उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया. महिला ने बताया कि पुलिस से बातचीत के दौरान उसे यह जानकारी दी गई कि आरोपी काफी देर से मेट्रो में बिना उतरे यात्रा कर रहा था, जिससे संदेह और गहरा गया. साथ ही यह भी बताया गया कि वह शराब के नशे में था.
महिला ने जाहिर की नाराजगी
महिला ने इस पूरे घटनाक्रम के बाद सिस्टम की प्रतिक्रिया पर भी नाराजगी जाहिर की. उसका कहना है कि केवल यह सलाह देना कि खतरा महसूस होने पर दूर हो जाएं, समस्या का समाधान नहीं है. उसने सवाल उठाया कि सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं से यह उम्मीद कैसे की जा सकती है कि वे पहले से ही हर व्यक्ति के इरादों को भांप लें. यह घटना एक बार फिर सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा और संवेदनशील पुलिसिंग की जरूरत को उजागर करती है.


