सरकार ने BSF के पहले कैडर पुनर्गठन को दी मंजूरी, कांस्टेबल से इंस्पेक्टर रैंक तक के कर्मियों की बढ़ेगी संख्या
केंद्र सरकार ने पहली बार बीएसएफ के कैडर पुनर्गठन को मंजूरी देकर कांस्टेबल से इंस्पेक्टर रैंक तक करीब 4,000 नए पद सृजित किए हैं. इससे 23,710 कर्मियों को तत्काल पदोन्नति मिलेगी, जिससे बल का मनोबल और क्षमता दोनों बढ़ेंगे.

BSF's First Cadre Restructuring Approved: केंद्र सरकार ने बुधवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 60 साल के इतिहास में पहली बार कैडर पुनर्गठन को मंजूरी दे दी. इस फैसले के तहत कांस्टेबल से इंस्पेक्टर रैंक तक लगभग 4,000 पद बढ़ाए जाएंगे. यह बदलाव ग्रुप बी और ग्रुप सी के कर्मचारियों पर लागू होगा.
23,710 कर्मियों को तत्काल पदोन्नति
बीएसएफ के प्रवक्ता के अनुसार, इस निर्णय से 23,710 कर्मियों को तुरंत पदोन्नति का लाभ मिलेगा. बल मुख्यालय ने बुधवार को ही 8,116 कर्मियों के लिए पदोन्नति आदेश जारी कर दिए हैं.
बीएसएफ की भूमिका और कैडर समीक्षा
1965 में गठित, करीब 2.65 लाख कर्मियों वाला बीएसएफ मुख्य रूप से पश्चिम में पाकिस्तान और पूर्व में बांग्लादेश से लगती भारतीय सीमाओं की सुरक्षा करता है. इसके अलावा, यह देश की आंतरिक सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाता है. यह पहली बार है जब ग्रुप बी और सी के कर्मचारियों के कैडर की समीक्षा की गई है. वित्त मंत्रालय की स्वीकृति के बाद गृह मंत्रालय ने इसे लागू करने के आदेश जारी किए हैं. इस पुनर्गठन से कुल 3,994 नए पद सृजित हुए हैं, जिससे जवानों और अधीनस्थ अधिकारियों के पदों में वृद्धि होगी.
मनोबल बढ़ाने वाला कदम
बीएसएफ प्रवक्ता ने इसे ऑपरेशन सिंदूर के बाद बल के मनोबल को मजबूत करने वाला बड़ा कदम बताया. उनका कहना है कि यह निर्णय रैंक और फाइल के भीतर कैरियर प्रगति के नए अवसर खोलेगा और बल के कामकाज की क्षमता को और बेहतर करेगा.
आदेश का त्वरित कार्यान्वयन
सरकार के इस फैसले का कार्यान्वयन तुरंत शुरू हो गया है. विभिन्न रैंकों में पदोन्नतियां दी जा रही हैं, जिससे बल में कार्यरत कर्मियों को न केवल पद और जिम्मेदारियों में बढ़ोतरी मिलेगी, बल्कि उनके मनोबल और कार्यक्षमता में भी सकारात्मक बदलाव आएगा.


