देहरादून में पहलगाम हमले का जश्न मना रहा था युवक, भीड़ ने की पिटाई...अर्धनग्न करके बाजार में घुमाया

साहिल खान नामक इस युवक ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया था, जिसमें उसने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जश्न मनाने का इजहार किया था. इसके बाद दक्षिणपंथी समूह के कुछ सदस्य इस पोस्ट को लेकर भड़क गए और उन्होंने खान को पकड़कर उसकी बुरी तरह से पिटाई की. बाद में उसे अर्धनग्न अवस्था में देहरादून की सड़कों पर घुमाया और पुलिस के हवाले कर दिया.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद कथित तौर पर जश्न मनाने के आरोप में एक युवक को देहरादून में कुछ लोगों ने पकड़ कर उसकी पिटाई की और उसे अर्धनग्न अवस्था में सड़कों पर घुमाया. इस कायराना हमले में हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे.

देहरादून की सड़कों पर घुमाया

साहिल खान नामक इस युवक ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया था, जिसमें उसने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जश्न मनाने का इजहार किया था. इसके बाद दक्षिणपंथी समूह के कुछ सदस्य इस पोस्ट को लेकर भड़क गए और उन्होंने खान को पकड़कर उसकी बुरी तरह से पिटाई की. बाद में उसे अर्धनग्न अवस्था में देहरादून की सड़कों पर घुमाया और पुलिस के हवाले कर दिया.

देहरादून पुलिस ने पुष्टि की है कि उन्होंने साहिल खान को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि खान ने सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक पोस्ट किया था, जिसमें मंदिरों के विध्वंस और पहलगाम की घटना को लेकर विवादित टिप्पणी की गई थी. पुलिस ने बताया कि खान ने एक अवैध मंदिर को ध्वस्त किए जाने और पहलगाम हमले के संदर्भ में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था, जिससे सार्वजनिक सद्भाव को खतरा हो सकता था.

आरोपी गिरफ्तार

देहरादून पुलिस ने एक बयान में कहा, "एक युवक ने सोशल मीडिया पर मंदिरों के विध्वंस और पहलगाम हमले के संदर्भ में आपत्तिजनक पोस्ट किया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. नेहरू कॉलोनी पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई की और आरोपी को गिरफ्तार किया."

पुलिस ने यह भी बताया कि अब सोशल मीडिया पर इस घटना से संबंधित वीडियो फैलाए जा रहे हैं, जो सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ सकते हैं. पुलिस ने कड़ी चेतावनी दी है कि ऐसे वीडियो प्रसारित करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा. "हम सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं और जो लोग ऐसे वीडियो प्रसारित करेंगे, उनकी पहचान की जा रही है," पुलिस ने बयान में कहा.

एनएसए के तहत हो सकती है कार्रवाई

इस बीच, असम पुलिस ने भी पहलगाम हमले से संबंधित "देशद्रोही टिप्पणी" करने के आरोप में राज्यभर से कम से कम 16 लोगों को गिरफ्तार किया है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को इस बारे में जानकारी दी और कहा कि अब तक 16 असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने यह भी बताया कि यदि स्थिति गंभीर हुई तो इन गिरफ्तार लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई की जा सकती है.

मुख्यमंत्री सरमा ने कहा, "अब तक कुल 16 असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया गया है. यदि आवश्यक हुआ तो गिरफ्तार लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के प्रावधान भी लागू किए जाएंगे." उनका यह बयान पहलगाम हमले के बाद असम में उठते सवालों और देशद्रोही टिप्पणियों के संदर्भ में आया था.

उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने पर्यटन स्थल बैसरन पर हमला किया था, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे. इस हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया और इसके बाद से सोशल मीडिया पर आतंकवादी हमले के प्रति प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं थीं.

देश की एकता और शांति को खतरे में न डाले

पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा घटना के बाद उठाए गए कदमों के बावजूद, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियों और वीडियो के प्रसार ने एक नई समस्या उत्पन्न कर दी है. अब सुरक्षा एजेंसियां यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही हैं कि कोई भी गतिविधि देश की एकता और शांति को खतरे में न डाले.

समग्र रूप से, पहलगाम हमले की जांच और उसके बाद के घटनाक्रम, जैसे सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट और सांप्रदायिक वीडियो, से यह स्पष्ट हो रहा है कि सुरक्षा एजेंसियों को न केवल आतंकवादियों से लड़ने की जरूरत है, बल्कि सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों और नफरत को नियंत्रित करने के लिए भी कठोर कदम उठाने होंगे.

calender
27 April 2025, 06:08 PM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag