भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए मतदान शुरू, प्रधानमंत्री मोदी ने डाला पहला वोट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के चुनाव में पहला वोट डालकर प्रक्रिया की शुरुआत की. इस मुकाबले में एनडीए के सीपी राधाकृष्णन और विपक्षी इंडिया गठबंधन के बी सुदर्शन रेड्डी आमने-सामने हैं.

Vice President election: भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के चुनाव में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहला वोट डालकर प्रक्रिया की शुरुआत की. नए संसद भवन में सुबह से ही मतदान का क्रम जारी है, जिसमें एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन और विपक्षी इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी आमने-सामने हैं.
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू, राम मोहन नायडू और शिवसेना सांसद श्रिकांत शिंदे को चुनाव एजेंट के रूप में नियुक्त किया गया है. यह चुनाव 21 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देने वाले पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की कुर्सी खाली होने के बाद हो रहा है.
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi cast his vote for the Vice Presidential election at the Parliament House this morning.
(Video: DD News) pic.twitter.com/3cxQJNJSrm— ANI (@ANI) September 9, 2025
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi leaves from the Parliament House after casting his vote for the Vice Presidential election.
— ANI (@ANI) September 9, 2025
(Video: DD News) pic.twitter.com/Kic17Kdebj
NDA और इंडिया गठबंधन में ताकत का प्रदर्शन
एनडीए और विपक्षी इंडिया गठबंधन ने सोमवार को संसद परिसर में अलग-अलग बैठकें आयोजित कर अपने सांसदों को चुनाव प्रक्रिया के बारे में ब्रीफ किया. दोनों पक्षों ने सांसदों के लिए मॉक पोल कर मतदान की तैयारी कराई और सही मतदान करने के लिए मार्गदर्शन दिया. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जय राम रमेश ने कहा कि धनखड़ पिछले 50 दिनों से असामान्य रूप से मौन रहे हैं.
नंबर गेम पर एक नजर
उपराष्ट्रपति चुनाव में सांसदों को पार्टी व्हिप से बंधा नहीं जाता और मतदान गुप्त पत्रिका (सीक्रेट बैलेट) के माध्यम से किया जाता है. इस चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में कुल 788 सदस्य हैं, जिनमें 245 राज्यसभा और 543 लोकसभा के सदस्य शामिल हैं. इसके अलावा 12 नामित राज्यसभा सदस्य भी वोट डाल सकते हैं.
वर्तमान में छह राज्यसभा सीटें और एक लोकसभा सीट खाली होने के कारण निर्वाचक मंडल की संख्या घटकर 781 सदस्य रह गई है. बहुमत के लिए 391 वोट जरूरी हैं. एनडीए के पास कुल 425 सांसद हैं, जबकि विपक्ष को 324 सांसदों का समर्थन है.


