छात्र वीजा पर पाकिस्तान गए आदिल अहमद का क्या है पहलगाम हमले से कनेक्शन?
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा स्थित गुर्रे गांव का निवासी आदिल अहमद थोकर पहलगाम के बैसरन क्षेत्र में हुए आतंकवादी हमले का प्रमुख साजिशकर्ता माना जाता है. आदिल अहमद छात्र वीजा पर पाकिस्तान गया था. बता दें कि, पाकिस्तान में रहते हुए थोकर ने लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों से प्रशिक्षण लिया.

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की हत्या हुई थी. इस हमले में शामिल आतंकवादियों में से एक आदिल अहमद थोकर को लेकर कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आई हैं. सूत्रों के अनुसार, थोकर 2018 में पाकिस्तान गया था और लगभग छह साल बाद तीन से चार अन्य आतंकवादियों के साथ भारत लौटा था.
अनंतनाग का रहने वाला है आदिल अहमद थोकर
आदिल अहमद थोकर, अनंतनाग जिले के बिजबेहरा के गुर्रे गांव का निवासी है. पहलगाम के बैसरन क्षेत्र में हुए आतंकवादी हमले का मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है. 2018 में थोकर छात्र वीजा पर पाकिस्तान गया था. खुफिया एजेंसियों के अनुसार, वह पाकिस्तान जाने से पहले ही कट्टरपंथी विचारधारा से प्रभावित था. पाकिस्तान में पहुंचने के बाद उसने अपने परिवार से संपर्क तोड़ दिया और आठ महीने तक उसका कोई सुराग नहीं मिला. इस दौरान, खुफिया एजेंसियों ने उसे ट्रैक करने की कोशिश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली.
पाकिस्तान में रहते हुए थोकर ने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) जैसे आतंकवादी संगठनों से प्रशिक्षण लिया और वहां के आतंकवादी नेटवर्क से जुड़ गया. इसके बाद, अक्टूबर 2024 में वह नियंत्रण रेखा (एलओसी) के माध्यम से भारत वापस आया, जहां वह बीहड़ और सुदूर पुंछ-राजौरी क्षेत्र से घुसा. उसके साथ एक छोटा समूह था, जिसमें एक पाकिस्तानी नागरिक हाशिम मूसा भी शामिल था, जो पहलगाम हमले का एक और प्रमुख आरोपी है.
पाकिस्तानी नागरिक को शरण
भारत में घुसने के बाद, थोकर और उसके साथियों ने खुद को पुलिस की पकड़ से बचाने के लिए जंगलों और पहाड़ी रास्तों का इस्तेमाल किया. वे अनंतनाग पहुंचे, जहां थोकर ने एक पाकिस्तानी नागरिक को शरण दी और अपनी गतिविधियाँ जारी रखी. उसे यह उम्मीद थी कि वह एक बड़ा हमला करने का मौका पाएगा, ताकि आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा सके और अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित किया जा सके.
22 अप्रैल को बैसरन क्षेत्र में हुए हमले में, आदिल थोकर और उसके साथी आतंकवादी हथियारों से लैस होकर पर्यटकों पर हमला करने पहुंचे. हमलावरों ने कुछ पीड़ितों से उनके धर्म के बारे में पूछा और जो लोग इस्लामी आयतें नहीं पढ़ पाए उन्हें गोली मार दी. इस हमले में 25 पर्यटकों और एक स्थानीय टट्टू चालक की मौत हो गई.
तलाशी अभियान शुरू
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस हमले में थोकर को मुख्य संदिग्ध के रूप में नामित किया है. इस हमले के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे अनंतनाग, पहलगाम और आस-पास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान शुरू किया है. इसके अलावा, संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए इनाम की घोषणा भी की गई है.


