हिंदू महिलाओं के अधिकार कहां? नीतीश कुमार के वीडियो पर विपक्ष हुआ हमलावर, बीजेपी ने फोड़ दिया कांग्रेस पर बड़ा बम
नीतीश कुमार से जुड़े हिजाब वीडियो पर कांग्रेस ने महिला सम्मान का हवाला देते हुए इस्तीफे की मांग की है. बीजेपी ने अशोक गहलोत का पुराना वीडियो साझा कर कांग्रेस पर दोहरा रवैया और चयनात्मक राजनीति करने का आरोप लगाया है.

नई दिल्लीः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जुड़े एक वायरल वीडियो ने देश की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है. वीडियो में एक महिला डॉक्टर का हिजाब हटाने की कोशिश का आरोप लगने के बाद बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गई हैं. कांग्रेस ने इसे महिला सम्मान से जुड़ा गंभीर मामला बताते हुए नीतीश कुमार पर तीखा हमला किया, जबकि बीजेपी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस का हमला
वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस नेताओं ने नीतीश कुमार के व्यवहार को घटिया करार दिया. कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि एक सार्वजनिक समारोह में मुख्यमंत्री ने एक लड़की का जबरन हिजाब खींचा और हालात ऐसे बने कि सुरक्षाकर्मियों को उसे पीछे हटाना पड़ा. उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी गंभीर घटना पर मीडिया और राजनीतिक गलियारों में सन्नाटा क्यों है. कांग्रेस ने इसे महिला की गरिमा और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया.
इस्तीफे की मांग तक पहुंचा मामला
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक बयान में इस घटना को शर्मनाक बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग कर दी. पार्टी का कहना है कि जब राज्य का सर्वोच्च पद संभालने वाला व्यक्ति इस तरह का व्यवहार करता है, तो महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं. कांग्रेस ने इसे माफी के लायक न मानते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की.
बीजेपी का पलटवार
कांग्रेस के हमलों के जवाब में बीजेपी ने भी मोर्चा खोल दिया. बीजेपी नेता राधिका खेड़ा ने राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें वे एक महिला का घूंघट हटाते नजर आ रहे हैं और कहते हैं कि घूंघट का जमाना गया. बीजेपी ने इस वीडियो के जरिए कांग्रेस पर हिंदू महिलाओं के प्रति दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया.
हिंदू महिलाओं के अधिकार कहां?
राधिका खेड़ा ने सुप्रिया श्रीनेत की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए सवाल किया कि जब अशोक गहलोत ने ऐसा किया था, तब कांग्रेस नेताओं का आक्रोश कहां था. उन्होंने लिखा कि क्या उस समय कांग्रेस हाईकमान ने हिंदू समाज से माफी मांगी थी? बीजेपी नेता ने यह भी पूछा कि क्या ‘राइट्स’ सिर्फ एक वर्ग की महिलाओं के लिए हैं या हिंदू महिलाओं के अधिकारों की कोई अहमियत नहीं है.
इस घटिया हरकत के समय आप कहाँ थी मोहतरमा??
— Radhika Khera (@Radhika_Khera) December 16, 2025
कहाँ है अशोक गहलोत जी पर आपका और राहुल बाबा का एक आक्रोश भरा ट्वीट??
ज़ुबान पर तब दही जम गई
और उँगलियों पर ताले लग गए थे
क्या आपके high command ने इसके लिए पूरे हिंदू समाज से माफ़ी माँगी थी ??
“Rights” क्या हिंदू महिलाओं की नहीं हैं ? https://t.co/4NoQki9EM5 pic.twitter.com/duVkT0Bz6h
दोहरा मापदंड?
इस पूरे विवाद ने एक बार फिर भारतीय राजनीति में धर्म, महिला अधिकार और राजनीतिक अवसरवाद की बहस को तेज कर दिया है. कांग्रेस जहां इसे महिला सम्मान से जोड़कर देख रही है, वहीं बीजेपी इसे चयनात्मक आक्रोश और वोट बैंक की राजनीति बता रही है. दोनों ही दल एक-दूसरे पर नैतिकता का पाठ पढ़ाने में जुटे हैं.
क्या बोले पप्पू यादव?
इस बीच बिहार के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने नीतीश कुमार के व्यवहार को एक पिता की भावना से जोड़ते हुए विवाद को ज्यादा तूल न देने की बात कही. हालांकि, सोशल मीडिया पर जनता की राय बंटी हुई है. कुछ लोग इसे गंभीर मुद्दा मान रहे हैं, तो कुछ इसे राजनीतिक रंग देने का आरोप लगा रहे हैं.
राजनीतिक गर्मागर्मी
हिजाब विवाद ने बिहार की राजनीति से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर हलचल मचा दी है. आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि यह मुद्दा राजनीतिक बयानबाजी तक सीमित रहता है या किसी ठोस कार्रवाई की दिशा में आगे बढ़ता है. फिलहाल, बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग और तेज होती नजर आ रही है.


