WTC ग्रुप के प्रमोटर आशीष भल्ला गिरफ्तार, मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ED ने कसा शिकंजा
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने डब्ल्यूटीसी ग्रुप के प्रमोटर आशीष भल्ला को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है. उन पर कथित तौर पर शेल कंपनियों के जरिए निवेशकों से 3,000 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है, जिसमें से धन को विदेश, मुख्य रूप से सिंगापुर में स्थानांतरित करने मामला सामने आया है.

प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को डब्ल्यूटीसी ग्रुप के प्रमोटर आशीष भल्ला को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया. भल्ला पर निवेशकों से 3,000 करोड़ रुपये निश्चित रिटर्न का लालच देकर लेने और इस पैसे को फर्जी कंपनियों में ट्रांसफर करने का आरोप है. जांच में पता चला कि सैकड़ों करोड़ रुपये विदेश भेजे गए, खास तौर पर सिंगापुर, जहां उनके परिवार के सदस्य लाभार्थी थे.
जांच एजेंसी ने 27 फरवरी, 2024 को आशीष भल्ला के ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया. हालांकि, आशीष भल्ला तब तक फरार हो चुका था. आखिरकार उसे 6 मार्च, 2025 को गिरफ्तार कर लिया गया. गुरुग्राम की एक विशेष अदालत ने आशीष भल्ला को जांच एजेंसी के पास छह दिन हिरासत की अनुमति दी है.
The Enforcement Directorate arrested WTC Group Promoter Ashish Bhalla under the provisions of the PMLA in connection with a real estate fraud case. He is accused of orchestrating a well-planned conspiracy to deceive and defraud thousands of investors, causing them financial…
— ANI (@ANI) March 7, 2025
दिल्ली-नोएडा में छापेमारी
ईडी ने 27 फरवरी 2025 को डब्ल्यूटीसी बिल्डर, उसके प्रमोटर आशीष भल्ला और भूटानी ग्रुप के ठिकानों पर छापेमारी की थी. एजेंसी ने दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम में करीब 12 ठिकानों पर छापेमारी की थी.
अधिकारियों ने बताया कि फरीदाबाद की आर्थिक अपराध शाखा और दिल्ली पुलिस द्वारा डब्ल्यूटीसी बिल्डर, भल्ला और भूटानी ग्रुप के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसके बाद मामला ईडी को स्थानांतरित कर दिया गया था.
10 साल बाद भी पूरी नहीं हुई परियोजनाएं
अधिकारियों ने बताया कि डब्ल्यूटीसी ग्रुप के फरीदाबाद, नोएडा और कई अन्य स्थानों पर प्रोजेक्ट हैं. आरोप है कि ग्रुप ने निवेशकों से 1,000 करोड़ रुपये का लोन लिया, लेकिन 10-12 साल बाद भी प्रोजेक्ट पूरे नहीं किए. भूटानी इंफ्रा कंपनी ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि उसने इस महीने की शुरुआत में डब्ल्यूटीसी ग्रुप से नाता तोड़ लिया है और अब वह ईडी की जांच में पूरा सहयोग कर रही है.


