'हम रूस-भारत संबंधों का सम्मान करते हैं', राष्ट्रपति पुतिन से बोले Pak पीएम शहबाज शरीफ
बीजिंग में पुतिन से मुलाकात में पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान रूस-भारत संबंधों का सम्मान करता है और रूस के साथ व्यापार, ऊर्जा और शांति प्रयासों में सहयोग बढ़ाना चाहता है. SCO मंच पर क्षेत्रीय स्थिरता, विकास और आतंकवाद पर भी चर्चा हुई, जहां भारत की कूटनीतिक भूमिका प्रमुख रही और पाकिस्तान अलग-थलग नजर आया.

Pakistan Russia relations: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बीजिंग में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से एक बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि इस्लामाबाद मास्को और भारत के बीच संबंधों का सम्मान करता है और इसे पूरी तरह से अच्छा बताया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान रूस के साथ मजबूत और सकारात्मक रिश्तों को और आगे बढ़ाना चाहता है, जिससे क्षेत्र की प्रगति और समृद्धि में योगदान मिल सके.
शी जिनपिंग की अंतरराष्ट्रीय मेजबानी में रणनीतिक संवाद
यह मुलाकात शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सुरक्षा शिखर सम्मेलन के सिलसिले में बजीजिंग में आयोजित एक विशाल सैन्य परेड के ढांचे में हुई. दोनों नेता द्वितीय विश्व युद्ध में जापान की हार के 80वीं वर्षगांठ का स्मरण करने वाले समारोह में हिस्सा लेंगे. पुतिन ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग और स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको से भी बातचीत की, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह मुलाकात एक व्यापक राजनयिक प्रक्रिया का हिस्सा थी.
व्यापार, ऊर्जा एवं कई क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार
शहबाज शरीफ ने बैठक में स्पष्ट किया कि पाकिस्तान रूस के साथ व्यापार, ऊर्जा और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करना चाहता है.पुतिन ने इस बातचीत को सकारात्मक बताते हुए कहा कि रूस-पाक संबंध उत्कृष्ट हैं और इन्हें और मजबूत बनाया जा सकता है.उन्होंने पाकिस्तान को SCO के अगले बैठक (नवंबर) में रूस आमंत्रित भी किया, जिसे शहबाज ने स्वीकार किया.
क्षेत्रीय शांति के प्रति प्रतिबद्धता
साथ ही, शहबाज ने क्षेत्रीय शांति, विकास और समृद्धि सुनिश्चित करने की पाकिस्तान की प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने बताया कि दोनों नेता SCO, संयुक्त राष्ट्र जैसे मंचों पर सहयोग बढ़ाने के लिए एकमत हैं.
SCO में पाकिस्तान की स्थिति
SCO के मंच पर मोदी-पुतिन और शी के बीच गर्मजोशी दिखाई दी, वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ अलग चुनौतीपूर्ण स्थिति में नजर आए. उनका वीडियो भी वायरल हुआ जिसमें वे इन तीन नेताओं के बीच पीछे छूटते दिखे.इस अवसर पर भारत ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए आतंकवाद को मानवता के लिए चुनौती बताया, जिससे पाकिस्तान के राजनीतिक अलगाव की छवि उभरकर आई.


