अमेरिका की साख पर बट्टा! केरल के बाद अब जापान में ब्रिटेन के F-35B फाइटर जेट की इमरजेंसी लैंडिंग, उड़ानों पर पड़ा असर
जापान के कागोशिमा में ब्रिटिश रॉयल एयर फ़ोर्स के F-35B स्टेल्थ फाइटर जेट को तकनीकी खराबी के चलते आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी. यह हालिया दूसरा मामला है, इससे पहले एक विमान केरल में पांच सप्ताह तक अटका रहा था. HMS प्रिंस ऑफ वेल्स कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का हिस्सा यह विमान हिंद-प्रशांत में ब्रिटेन की सैन्य उपस्थिति को मजबूत करता है.

जापान के कागोशिमा हवाई अड्डे पर ब्रिटेन के रॉयल एयर फ़ोर्स के एक F-35B स्टेल्थ लड़ाकू विमान को हवा में तकनीकी खराबी आने के बाद आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी. इस घटना के कारण हवाई अड्डे पर कुछ उड़ानों में देरी हुई. विमान को सुरक्षित लैंड कराया गया और पायलट को कोई नुकसान नहीं हुआ. स्थानीय अधिकारियों ने विमान की जांच और मरम्मत की प्रक्रिया तुरंत शुरू कर दी.
हालिया दूसरा तकनीकी मामला
यह घटना ब्रिटिश F-35B विमान में आई तकनीकी खराबी का हालिया दूसरा मामला है. इससे पहले 14 जून को एक F-35B लड़ाकू विमान को हाइड्रोलिक सिस्टम की खराबी के चलते भारत के केरल राज्य के तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी थी. बता दें कि F-35B ब्रिटेन से ऑस्ट्रेलिया जा रहा था.
पांच सप्ताह तक भारत में अटका रहा विमान
केरल में लैंडिंग के बाद विमान को तत्काल उड़ान की अनुमति नहीं मिली. तकनीकी मरम्मत और सुरक्षा परीक्षण में समय लगने के कारण यह विमान लगभग पांच सप्ताह तक भारत में ही रुका रहा. सभी आवश्यक अनुमतियां मिलने के बाद ही इसे ब्रिटेन के लिए उड़ान भरने की मंजूरी दी गई.
रॉयल एयर फ़ोर्स का अत्याधुनिक हथियार
आपको बता दें कि F-35B अमेरिका द्वारा बनाया गया एक पांचवीं पीढ़ी का एडवांस स्टेल्थ मल्टी-रोल जेट है, जो वर्टिकल टेकऑफ़ और शॉर्ट रनवे लैंडिंग की क्षमता रखता है. यह विमान HMS प्रिंस ऑफ वेल्स कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का हिस्सा है, जो ब्रिटेन की नौसैनिक और हवाई शक्ति का अहम अंग है. F-35B को उन्नत रडार सिस्टम, स्टेल्थ तकनीक और अत्याधुनिक हथियारों से लैस किया गया है, जो इसे लंबी दूरी के मिशनों में सक्षम बनाता है.
हिंद-प्रशांत में तैनाती
वर्तमान में HMS प्रिंस ऑफ वेल्स कैरियर स्ट्राइक ग्रुप हिंद-प्रशांत क्षेत्र में तैनात है. इस समूह का उद्देश्य इंडो-पैसिफिक में रणनीतिक संतुलन बनाए रखना और सहयोगी देशों के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाना है. हाल ही में इस समूह ने भारतीय नौसेना के साथ एक संयुक्त समुद्री अभ्यास भी पूरा किया, जिसमें F-35B जेट ने भाग लिया.
वैश्विक सैन्य महत्व
ब्रिटेन की नौसेना और रॉयल एयर फ़ोर्स की यह तैनाती, हिंद-प्रशांत में चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने के लिए पश्चिमी देशों की रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है. F-35B की मौजूदगी न केवल ब्रिटेन की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन है, बल्कि यह जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया जैसे सहयोगी देशों के साथ रक्षा साझेदारी को भी मजबूत करती है.
विमान की जांच शुरू
कागोशिमा में हुई इस आपात लैंडिंग के बाद विमान की विस्तृत तकनीकी जांच जारी है. विशेषज्ञ टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लगातार दो बार आई यांत्रिक खामियों के पीछे कोई सिस्टमेटिक तकनीकी समस्या तो नहीं है. ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि सभी आवश्यक मरम्मत और परीक्षण के बाद ही विमान को फिर से मिशन पर भेजा जाएगा.


