कतर एयरवेज की घोर लापरवाही! 'वेज' की जगह परोसा 'नॉन-वेज', यात्री की मौत के बाद FIR दर्ज
कतर एयरवेज की फ्लाइट में 85 वर्षीय शाकाहारी यात्री डॉ. अशोक जयसिरी की मौत मांसाहारी भोजन खाते समय गले में मांस फंसने से हो गई.

Qatar Airways passenger dies:कतर एयरवेज की एक अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट में एक शाकाहारी यात्री की मौत का मामला सामने आया है. आरोप है कि विमान में मांसाहारी भोजन परोसे जाने के कारण यात्री की जान चली गई. मृतक के परिवार ने एयरलाइन के खिलाफ गलत तरीके से हुई मौत (Wrongful Death) का मुकदमा दायर किया है. ये घटना जुलाई 2023 में लॉस एंजिल्स से कोलंबो जा रही उड़ान के दौरान हुई थी.
रिपोर्ट्स के अनुसार, 85 वर्षीय हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक जयसिरी ने जब फ्लाइट में शाकाहारी भोजन मांगा तो उन्हें मना कर दिया गया. क्रू सदस्यों ने उन्हें बताया कि वे केवल मांसाहारी भोजन ही परोस सकते हैं और उनसे कहा गया कि वो मांस के आसपास से खाना खा लें. इसी दौरान भोजन खाते हुए मांस का टुकड़ा उनके गले में फंस गया, जिससे उनकी मौत हो गई.
फ्लाइट के दौरान बिगड़ी तबीयत
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, डॉ. जयसिरी की हालत बिगड़ने के बावजूद विमान की आपात लैंडिंग (Emergency Landing) नहीं कराई गई. बताया गया कि उस समय विमान आर्कटिक सर्कल या महासागर के ऊपर उड़ान भर रहा था. हालांकि, मृतक के बेटे सूर्या जयसिरी ने अपनी शिकायत में कहा कि यह दावा गलत है, विमान वास्तव में अमेरिका के मिडवेस्ट क्षेत्र के ऊपर उड़ रहा था और पायलट चाहकर भी रूट बदल सकता था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया.
स्कॉटलैंड पहुंचने तक बेहोश रहे यात्री
शिकायत के अनुसार, जब तक विमान स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग एयरपोर्ट पर उतरा, डॉ. जयसिरी करीब साढ़े तीन घंटे से बेहोश थे. वहां से उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. जयसिरी की मौत एस्पिरेशन निमोनिया से हुई, ये ऐसी स्थिति होती है जब भोजन या तरल पदार्थ फेफड़ों में चला जाता है और संक्रमण पैदा कर देता है. उनके बेटे सूर्या जयसिरी ने कतर एयरवेज पर लापरवाही और गलत मौत के लिए क्षतिपूर्ति की मांग करते हुए मुकदमा दायर किया है.
शिकायत में कहा गया है कि अगर एयरलाइन ने उन्हें शाकाहारी भोजन दिया होता या समय पर आपात लैंडिंग की होती, तो यह हादसा टाला जा सकता था. परिवार ने अदालत से कतर एयरवेज को जिम्मेदार ठहराने और उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है.


