हर गुरुवार को ये काम करता है हाफिज सईद, भड़काउ भाषण से बढ़ा रहा आतंक फैक्ट्री...पूर्व लश्कर आतंकी का दावा
पूर्व लश्कर-ए-तैयबा आतंकी नूर दहरी ने आतंकी सरगना हाफिज सईद के नेटवर्क और उसकी रणनीति को लेकर सनसनीखेज खुलासे किए हैं. नूर के अनुसार, हाफिज सईद हर गुरुवार पाकिस्तान के कई हिस्सों से लगभग 500 युवाओं को अफगानिस्तान के कुनार प्रांत स्थित ‘मास्कर तैयबा’ ट्रेनिंग कैंप में भेजता था.

जिस मां ने बेटे को डॉक्टर बनते देखने का सपना देखा था, वह नहीं जानती थी कि उसका बेटा एक दिन आतंक की अंधेरी दुनिया में उतर जाएगा. लेकिन अब वही बेटा, जो कभी लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का हिस्सा रहा, आज उस संगठन और उसके सरगना हाफिज सईद की सच्चाई दुनिया के सामने ला रहा है. यह खुलासा किया है नूर दहरी ने, जो अब आतंकवाद छोड़ चुका है और ब्रिटेन में स्थित एक थिंक टैंक का डायरेक्टर है.
नूर का दावा है कि हाफिज सईद न सिर्फ पाकिस्तान में आतंकी नेटवर्क चला रहा था, बल्कि हर गुरुवार को सैकड़ों युवाओं को अफगानिस्तान के खतरनाक ट्रेनिंग कैंप में भेजता था. यह वही हाफिज सईद है, जो मुंबई हमलों जैसे कई बड़े आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रहा है.
हाफिज सईद की सुरक्षा में था नूर दहरी
नूर ने बताया कि जब वह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था, तब उसे हाफिज सईद के मुरीदके स्थित मुख्यालय की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी. यही मुख्यालय भारत के हालिया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में टारगेट किया गया था. नूर के अनुसार, “हाफिज सईद एक नीली टोयोटा वीगो पिकअप में सफर करता था, जिसे उसके आराम के अनुसार खासतौर पर तैयार किया गया था.”
हर गुरुवार भेजे जाते थे 500 लड़के
नूर दहरी का सबसे चौंकाने वाला दावा ये है कि हर गुरुवार, पाकिस्तान के अलग-अलग हिस्सों से लगभग 500 युवाओं को अफगानिस्तान के कुनार प्रांत स्थित ‘मास्कर तैयबा’ नामक ट्रेनिंग कैंप में भेजा जाता था. नूर लिखते हैं, “ये सभी लड़के हाफिज सईद के उकसावे वाले भाषणों से प्रेरित होकर लश्कर से जुड़ते थे, लेकिन उनमें से ज़्यादातर कभी लौटकर नहीं आए.”
अफगानिस्तान और कश्मीर ने खोल दी आंखें
नूर बताते हैं कि अफगानिस्तान और कश्मीर में बिताया गया समय उनके लिए बेहद दर्दनाक था. “जब मैंने संगठन छोड़ने की बात की, तो मुझे कायर कहा गया. लेकिन मैं कायर नहीं था, मैं सिर्फ सच से जाग गया था,” नूर ने लिखा.
10 लाख आतंकियों का नेटवर्क
नूर दहरी का दावा है कि लश्कर-ए-तैयबा के पास आज लगभग 10 लाख प्रशिक्षित आतंकी हैं और यह संगठन अब पाकिस्तान में एक राजनीतिक ताकत की तरह काम कर रहा है. उन्होंने कहा, “हाफिज सईद ने हजारों पाकिस्तानियों को ‘राख की जंग’ में झोंक दिया, सिर्फ अपने राजनीतिक मकसद के लिए.”
अल्लाह ने मुझे चुना...
अपने पोस्ट के अंत में नूर दहरी ने लिखा है, 'मैं खुश हूं कि आज मैं वहां नहीं हूं जहां हाफिज सईद मुझे देखना चाहता था. अल्लाह ने मुझे चुना है कि मैं इन इस्लामी कट्टरपंथियों का असली चेहरा दुनिया को दिखा सकूं.' पूर्व लश्कर-ए-तैयबा (LeT) आतंकी नूर दहरी ने हाफिज सईद के आतंक नेटवर्क और उसकी गतिविधियों को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. नूर ने खुलासा किया है