कनाडा में प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल हुए भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्य, ट्रूडो और खालिस्तानी आतंकियों के कट्टर विरोधी
मैंने हमेशा कनाडा के लोगों के लिए बढ़िया कार्य करने हेतु कड़ा परिश्रम किया, हमारे बच्चों और पोते-पोतियों की खातिर, हमें ऐसे बढिया फैसले लेने चाहिए जो बिल्कुल बेहद जरुरी है

इंटरनेशनल न्यूज. कनाडा के नेपियन से भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्य आधिकारिक रूप से प्रधानमंत्री पद की दौड़ में शामिल हो चुके है. उन्होंने न सिर्फ नामांकन दाखिल किया बल्कि सदन को कन्नड़ में भी संबोधित किया. कर्नाटक के तुमकुर जिले के मूल निवासी आर्य ने कनाडा जाने से पहले धारवाड़ से एमबीए की पढ़ाई पूरी की. इस सप्ताह की शुरुआत में, उन्होंने जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की.
एक्स पर पोस्ट डालकर सांझी किए विचार
नेपियन से लिबरल पार्टी के सांसद ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मैं कनाडा के अगले प्रधानमंत्री बनने के लिए दौड़ रहा हूं, ताकि हमारे देश के पुनर्निर्माण और भविष्य की पीढ़ियों के लिए समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए एक छोटी, अधिक कुशल सरकार का नेतृत्व कर सकूं. हम महत्वपूर्ण संरचनात्मक समस्याओं का सामना कर रहे हैं जो पीढ़ियों से नहीं देखी गई हैं और उन्हें हल करने के लिए कठिन विकल्पों की आवश्यकता होगी.
मैंने हमेशा कनाडाई लोगों के लिए सबसे अच्छा काम करने के लिए कड़ी मेहनत की है और हमारे बच्चों और पोते-पोतियों की खातिर, हमें ऐसे साहसिक निर्णय लेने चाहिए जो बिल्कुल आवश्यक हैं. अगर मुझे लिबरल पार्टी का अगला नेता चुना जाता है तो मैं ऐसा करने के लिए अपना ज्ञान और विशेषज्ञता प्रदान करता हूं.
खालिस्तान समर्थकों की करते हैं आलोचना
एक न्यूज के मुताबिक आर्य खालिस्तान समर्थकों की आलोचना करते रहे हैं. उन्होंने कनाडा में हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने की गतिविधियों की कड़े शब्दों में आलोचना की है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर भारत के सत्य समर्थक के रूप में बताते रहे हैं. उनका अभियान देश को 'एक संप्रभु गणराज्य' बनाने का होगा, जिसमें बढिया राजनीतिक फैसले लिए जाएंगे, जो अब एक जरुरत है.