इजरायल का बड़ा वार, खामेनेई के करीबी और ईरान के आर्मी चीफ अली शादमानी को मार गिराया
इजराइल ने तेहरान में ईरान के टॉप सैन्य अधिकारी अली शादमानी को मार गिराने का दावा किया है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. G7 देशों ने इस घटनाक्रम के बीच इजराइल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है.

इजराइल और ईरान के बीच सैन्य संघर्ष लगातार जारी है. इसी बीच, इस्राइली रक्षा बल (IDF) ने दावा किया है कि उसने तेहरान में ईरान के टॉप सैन्य अधिकारी और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के खातम-अल अंबिया सेंट्रल हेडक्वार्टर्स के प्रमुख, मेजर जनरल अली शादमानी को मार गिराया है. IDF के अनुसार, अली शादमानी ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के सबसे करीबी सैन्य सलाहकारों में से एक थे.
ये हमला ऐसे समय हुआ है जब अली शादमानी को कुछ ही दिन पहले IRGC के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल गुलामअली राशिद की हत्या के बाद इस पद पर नियुक्त किया गया था. राशिद की मौत के लिए भी इस्राइल को जिम्मेदार ठहराया गया था.
अली शादमानी की नियुक्ति
13 जून को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने अली शादमानी को खातम-अल अंबिया सेंट्रल मुख्यालय का नया प्रमुख नियुक्त किया था. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए इस बात की जानकारी दी थी. वहीं, इस्राइली सेना ने कहा कि अली शादमानी ना केवल IRGC, बल्कि ईरानी सशस्त्र बलों के संचालन की भी कमान संभाल रहे थे. IDF ने उन्हें वार चीफ ऑफ स्टाफ बताया और कहा कि वे ईरान के सर्वोच्च नेता के सबसे करीबी टॉप सैन्य अधिकारी थे.
IDF के बयान में कहा गया कि उसने रिवोल्यूशनरी गार्ड्स और ईरानी सशस्त्र बलों दोनों की कमान संभाली. अपने विभिन्न पदों पर रहते हुए, उसने इजरायल को निशाना बनाने वाली ईरानी आक्रामक योजनाओं को सीधे प्रभावित किया.
'मुख्यालय से हमलों की योजना बनाता था'- IDF
IDF ने आरोप लगाया कि अली शादमानी की अगुवाई में IRGC का खातम-अल अंबिया मुख्यालय उन सभी रणनीतिक और आक्रामक सैन्य अभियानों की योजना बनाता था जिनका उद्देश्य इजराइल पर हमला करना था. ये मुख्यालय ईरानी सेना की युद्ध रणनीति का केंद्रीय संचालन बिंदु माना जाता है.
G7 देशों का समर्थन
इस घटनाक्रम से ठीक पहले G7 शिखर सम्मेलन 2025 में शामिल विश्व नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी किया जिसमें इजराइल को आत्मरक्षा का अधिकार देने की बात कही गई. कनाडा द्वारा प्रकाशित इस बयान में कहा गया कि हम, G7 के नेता, मध्य पूर्व में शांति और स्थिरता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं. इस संदर्भ में, हम पुष्टि करते हैं कि इजराइल को आत्मरक्षा का अधिकार है. हम इजराइल की सुरक्षा के प्रति अपना समर्थन दोहराते हैं.
अब क्या होगा?
अली शादमानी की हत्या के बाद क्षेत्रीय तनाव और ज्यादा बढ़ने की आशंका है. ये घटना इजराइल और ईरान के बीच सीधी सैन्य टकराव की ओर इशारा करती है, जिससे पूरे मध्य पूर्व की सुरक्षा स्थिति और अस्थिर हो सकती है. विशेषज्ञ मानते हैं कि अब ईरान की ओर से जवाबी कार्रवाई की संभावनाएं और तेज हो सकती हैं.


