गाजा में इजरायल का मौत का 'तांडव', हमले में 70,000 लोगों ने गंवाई जान, सीजफायर के बावजूद 350 लोगों की मौत
गाजा के स्वास्थय मंत्रालय ने एक बड़ी जानकारी साझा की है. उन्होंने बताया कि युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक गाजा में मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या 70,000 को पार कर चुकी है.

नई दिल्ली: शनिवार को गाजा के स्वास्थय मंत्रालय ने बताया कि 2023 में युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा में मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या 70,000 को पार कर चुकी है. 10 अक्टूबर को लागू हुए युद्ध विराम के बावजूद भी मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. अभी हाल ही में हुए हमले में इजराइली गोलीबारी के दौरान दो फिलिस्तीनी बच्चे मारे गए, इस बात की जानकारी दक्षिणी गाजा के एक अस्पताल ने दी थी.
2023 में शुरू हुआ हमला
यह भयानक युद्ध 7 अक्टूबर, 2023 में शुरू हुआ. जब दक्षिणी इजरायल पर हमला किया गया. इस हमले में लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 250 लोगों को बंधक बना लिया गया. हालांकि युद्ध विराम के बाद लगभग सभी बंधकों या उनके अवशेषों को वापस लौटा दिया गया.
10 अक्टूबर को युद्ध विराम लागू होने के बाद भी मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. हमास द्वारा संचालित प्रशासन के तहत काम करने वाले स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब मरने वालों की संख्या 70,100 हो गई है.
दो भाइयों की हुई एक साथ मौत
मिली जानकारी के अनुसार, गाजा के नासेर अस्पताल के कर्मचारियों को जिन दो लड़कों का अभी हाल ही में शव मिला, वह दोनों भाई थे. जिसमे से एक की उम्र 8 और दूसरे की 10 बताई जा रही. इनकी मौत तब हुई जब बेनी सुहेला शहर में विस्थापित परिवारों को आश्रय देने वाले एक स्कूल के पास इजरायली ड्रोन ने अचानक से हमला कर दिया.
352 फिलीस्तीनी मारे गए
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, युद्ध विराम होने के बावजूद भी गाजा में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. बता दें, युद्ध विराम के बाद से फिलीस्तीनी क्षेत्र में लगभग 352 फिलीस्तीनी मारे गए हैं. जबकि इजरायल इस बात से इनकार कर रहा है कि उसने युद्ध विराम का बिलकुल भी उल्लंघन नहीं किया है. यहां तक कि शनिवार को हमास ने मध्यस्थों से फिर आग्रह किया कि वे इजरायल पर गाजा में युद्धविराम उल्लंघन रोकने के लिए दबाव डालें.


