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दिल्ली जाना मंदिर जाने जैसा...कर्नाटक में CM पद की अटकलों के बीच DK शिवकुमार का बड़ा बयान

कर्नाटक में सीएम बदलने की अटकलों के बीच डिप्टी सीएम डी.के. शिवकुमार ने कहा कि पार्टी में कोई मतभेद नहीं है और सबकुछ सामान्य चल रहा है. उन्होंने दिल्ली जाने को ‘मंदिर जाने’ जैसा बताते हुए स्पष्ट किया कि जरूरत पड़ने पर नेता दिल्ली जाते हैं.

Utsav Singh
Edited By: Utsav Singh

बेंगलुरु : कर्नाटक की राजनीति इन दिनों फिर से सुर्खियों में है, जहां मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी चर्चा ने माहौल को गर्म कर दिया है. इस बीच उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने रविवार को एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसने राजनीतिक हलचल को थोड़ा शांत करने का काम किया. शिवकुमार ने कहा कि दिल्ली जाना कांग्रेस नेताओं के लिए मंदिर जाने जैसा है और जरूरत पड़ने पर राज्य के नेता दिल्ली जरूर जाएंगे. उनके इस बयान को पार्टी में एकता का संदेश माना जा रहा है.

पार्टी को आवश्यकता होती है, वे दिल्ली जाते हैं

अपने बयान में शिवकुमार ने यह साफ किया कि दिल्ली कांग्रेस नेतृत्व का केंद्र है और संगठनात्मक तथा राजनीतिक मसलों को वहीं जाकर सुलझाया जाता है. उन्होंने कहा कि जब भी पार्टी को आवश्यकता होती है, वे दिल्ली जाते हैं. इस टिप्पणी को उस संदर्भ में देखा जा रहा है जिसमें हाल ही में यह खबरें आई थीं कि कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना पर दिल्ली में शीर्ष नेताओं से चर्चा हो सकती है. लेकिन शिवकुमार ने इन अटकलों को हल्के अंदाज में लेते हुए कहा कि दिल्ली जाना उनके लिए सामान्य प्रक्रिया है.

बेंगलुरु के मौसम की उदाहरण देकर ‘एकता’ का संदेश
शिवकुमार ने कांग्रेस में किसी भी तरह की नाराज़गी या मतभेद से साफ इनकार किया. उन्होंने कहा कि बेंगलुरु का मौसम इतना खूबसूरत है कि हर कोई यहां रहना पसंद करेगा. उन्होंने बेंगलुरु की तुलना शिमला से करते हुए कहा कि शहर का मौसम और संस्कृति दोनों बेहद आकर्षक हैं. इसी बात के सहारे उन्होंने यह संकेत दिया कि पार्टी का माहौल भी इसी मौसम की तरह शांत और सुखद है और कांग्रेस के भीतर किसी तरह की दरार नहीं है.

CM सिद्धारमैया के साथ रिश्तों पर दिया स्पष्ट बयान
कई महीनों से यह चर्चा चल रही थी कि क्या शिवकुमार और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बीच खींचतान है. इन खबरों पर विराम लगाते हुए शिवकुमार ने कहा कि उनके और मुख्यमंत्री के बीच किसी भी तरह का मतभेद नहीं है और दोनों मिलकर सरकार को मजबूत बनाने में लगे हुए हैं. उन्होंने यह भी कहा कि वे अपने पद की सीमाएं अच्छी तरह जानते हैं और पार्टी के हित में काम कर रहे हैं.

2028 के चुनाव की तैयारी पर फोकस
शिवकुमार ने स्पष्ट किया कि कर्नाटक कांग्रेस का प्राथमिक लक्ष्य आगामी 2028 के विधानसभा चुनावों की तैयारी है. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता की बड़ी अपेक्षाएं हैं और सरकार उन उम्मीदों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने यह भी बताया कि कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर सभी दलों की बैठक बुलाने की योजना है, जिससे राज्यहित के बड़े फैसले मिलकर लिए जा सकें.

कांग्रेस ने दिखाई एकजुटता की तस्वीर
हाल ही में शिवकुमार द्वारा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के आवास पर आयोजित नाश्ता बैठक भी इसी संदेश को मजबूत करती है कि कांग्रेस नेतृत्व आंतरिक एकता को प्राथमिकता दे रहा है. ऐसे समय में जब राजनीतिक अटकलों ने स्थिति को अस्थिर किया हुआ था, शिवकुमार का यह बयान पार्टी को नई मजबूती देने वाला माना जा रहा है.

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30 November 2025, 06:25 PM IST

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