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मौत के साये में आतंक के आका! फारूक अंसारी की हत्या से पाकिस्तान में हड़कंप

हाल के दिनों में भारत में खूनखराबा मचाने वाले खतरनाक आतंकियों का एक-एक कर सफाया हो रहा है. इसी बीच आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के लॉन्च पैड कमांडर फारूक अंसारी को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी है जिससे उसकी मौत हो गई. फारूक, कोटली लॉन्च पैड का प्रमुख था, जहां आतंकियों को ट्रेनिंग देकर भारत में घुसपैठ के लिए भेजा जाता था.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

पाकिस्तान में आतंकवादियों आतंकवादियों का पाप का घड़ा अब भर चुका है. हाल ही में, खतरनाक आतंकी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के कोटली लॉन्च पैड के कमांडर फारूक अंसारी की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी. फारूक कोटली लॉन्च पैड का प्रमुख था, जो आतंकियों के लिए ट्रेनिंग का बड़ा ठिकाना माना जाता है. यहां से आतंकियों को ट्रेनिंग देकर भारत में घुसपैठ के लिए भेजा जाता था.

आपको बता दें कि फारूक अंसारी की हत्या के बाद पाकिस्तान सेना और आईएसआई के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे.वहीं उसके जनाजे में भी पाकिस्तानी सेना के बड़े अधिकारी शामिल हुए.

कोटली लॉन्च पैड का कमांडर बना निशाना  

फारूक अंसारी जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों के लिए एक अहम लॉन्च पैड का कमांडर था. वह कोटली लॉन्च पैड से आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने और उनकी ट्रेनिंग की जिम्मेदारी संभालता था. रिपोर्ट्स के अनुसार, अज्ञात हमलावरों ने मोटरसाइकिल पर सवार होकर फारूक अंसारी पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई.

अलर्ट पर पाकिस्तानी सेना और आईएसआई  

फारूक अंसारी की हत्या की खबर मिलते ही पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई ने इलाके को घेर लिया. जनाजे में भी सेना और खुफिया विभाग के अधिकारी शामिल हुए. कोटली लॉन्च पैड, जहां फारूक अंसारी कार्यरत था, आतंकवादियों के लिए एक महत्वपूर्ण लॉन्चिंग केंद्र माना जाता है. 

आतंकवादियों के खात्मे का सिलसिला  

बीते कुछ समय से भारत में आतंक फैलाने वाले पाकिस्तानी आतंकवादियों के खात्मे की खबरें सामने आ रही हैं. पिछले साल सात से ज्यादा आतंकवादी सरगनाओं का खात्मा हुआ. इसके अलावा, इसी महीने जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर को हार्ट अटैक आने की खबर भी चर्चा में रही. मसूद अजहर वही आतंकी है जिसने 26/11 के मुंबई हमलों को अंजाम दिया था.

 कुदरत का हिसाब शुरू?  

विशेषज्ञों का मानना है कि आतंकवादियों के खात्मे का यह सिलसिला उनके पापों का नतीजा है. फारूक अंसारी जैसे खतरनाक आतंकवादियों का मारा जाना दिखाता है कि आतंकवाद अब अपने ही घर में घुटनों पर आ रहा है.  

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22 January 2025, 07:43 AM IST

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