दुम दबाकर भागी पाकिस्तान आर्मी, BLA का दावा- एक तिहाई बलूचिस्तान पर किया कब्जा, जल्द मिलेगी आजादी
बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने दावा किया है कि उसने बलूचिस्तान के एक तिहाई हिस्से पर कब्जा कर लिया है और पाकिस्तानी सेना कई चौकियों को छोड़कर भाग गई है. मस्तूंग, लाखी और जमरान में BLA ने बम और हथगोले से हमले किए, जिनमें कई सैनिक मारे गए. क्वेटा में भी सेना के ठिकानों को निशाना बनाया गया. हमलों के चलते पाकिस्तान में आपातकाल जैसे हालात हैं. इसी बीच भारत-पाक संघर्ष भी तेज हुआ, जिसमें भारत ने जवाबी कार्रवाई की.

बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक बड़ा और चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा है कि उसने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के एक तिहाई हिस्से पर अपना नियंत्रण स्थापित कर लिया है. संगठन के मुताबिक, पाकिस्तानी सेना उनकी कार्रवाई के आगे टिक नहीं सकी और कई चौकियों को खाली करके भाग गई. BLA का कहना है कि उसने अफगानिस्तान और ईरान की सीमा से लगे इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है.
पाकिस्तानी सेना की चौकियों पर BLA के हमले
BLA ने अपने बयान में बताया कि उन्होंने मस्तूंग और लाखी जिलों में पाकिस्तानी सेना और उससे जुड़े सहयोगियों पर छह अलग-अलग हमले किए. इन हमलों में रिमोट कंट्रोल IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) और हथगोले का इस्तेमाल किया गया. हमलों का मुख्य निशाना सेना की खुफिया इकाइयाँ और कम्युनिकेशन टावर रहे.
तड़के सुबह हुआ हमला
गुरुवार की सुबह करीब 4 बजे, BLA ने बलूचिस्तान के जमरान इलाके के ढांग क्षेत्र में पाकिस्तानी सेना के बम निष्क्रियकरण दस्ते (Bomb Disposal Squad) को निशाना बनाया. हमले में एक वरिष्ठ सेना अधिकारी की मौके पर ही मौत हो गई. संगठन ने दावा किया कि उन्होंने विभिन्न सैन्य ठिकानों पर हथगोलों से हमला कर कई जवानों को ढेर कर दिया.
स्थानीय लोगों को दी चेतावनी
BLA से जुड़े बलोच मजदूर मशीन मैन समूह ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि स्थानीय नागरिकों को किसी भी प्रकार से पाकिस्तानी सेना या कब्जा करने वाली ताकतों को समर्थन नहीं देना चाहिए. उन्होंने चेताया कि यदि किसी ने सहयोग किया तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.
क्वेटा में फ्रंटियर कोर मुख्यालय पर हमला
सूत्रों के अनुसार, BLA के हमलों से पहले क्वेटा स्थित फ्रंटियर कोर के मुख्यालय पर हथियारबंद हमलावरों ने हमला किया था. इसके अलावा कंबरानी रोड स्थित सफर खान चेक पोस्ट को भी निशाना बनाया गया, जहाँ भारी गोलीबारी और कई धमाके हुए.
पाकिस्तान में आपातकाल जैसे हालात
इन हमलों के बाद पाकिस्तान के कई क्षेत्रों में इमरजेंसी जैसे हालात बन गए हैं. नागरिकों को घरों में रहने की सलाह दी गई है. सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है और प्रमुख मार्गों की निगरानी तेज कर दी गई है.
भारत-पाक के बीच तनाव
यह सब उस समय हुआ जब 8 मई की रात पाकिस्तान ने भारत के जम्मू, पठानकोट और उधमपुर जैसे सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिश की. हालांकि, भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने इन हमलों को नाकाम कर दिया. जवाब में, भारत ने लाहौर और कराची में जवाबी कार्रवाई कर पाकिस्तान को करारा संदेश दिया.