पापुआ न्यू गिनी के पीएम ने प्रधानमंत्री मोदी के छुए पैर, पीएम मोदी ने लगाया गले

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान में जी-7 समिट में हिस्सा लेने के बाद पापुआ न्यू गिनी की यात्रा पर पहुंचे है। इसी के साथ पीएम मोदी पापुआ न्यू गिनी की यात्रा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री बन गए है।

Lalit Hudda
Lalit Hudda

हाइलाइट

  • हिंद प्रशांत महासागर की सुरक्षा के लिहाज से पीएम मोदी का पापुआ न्यू गिनी का दौरा बेहद अहम माना जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिरोशिमा में आयोजित जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के बाद पापुआ न्यू गिनी की यात्रा पर पहुंचे। पीएम मोदी का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि पापुआ न्यू गिनी हिंद प्रशांत महासागर में स्थित एक छोटा द्वीपीय देश है। पापुआ न्यू गिनी हिंद प्रशांत महासागर की सुरक्षा के लिहाज से बेहद खास है।   

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी FIPIC शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने रविवार को पापुआ न्यू गिनी पहुंचे हैं। इस दौरान पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने पीएम मोदी का स्वागत किया। उन्होंने पीएम मोदी के पैर छुए और पीएम मोदी ने उन्हें गले लगाकर अभिवादन स्वीकार किया। बता दें कि पीएम मोदी तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण में पापुआ न्यू गिनी पहुंचे है। इसके बाद प्रधानमंत्री ऑस्ट्रेलिया की यात्रा करेंगे।

पीएम मोदी का खास सम्मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पापुआ न्यू गिनी में पूरे राजकीय सम्मान के साथ भव्य स्वागत किया गया। आमतौर पर पापुआ न्यू गिनी में सूर्यास्त के बाद पहुंचने वाले मेहमानों का पारंपरिक सम्मान नहीं किया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी के मामले में यह एक अपवाद है। पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री खुद पीएम मोदी को लेने के लिए एयरपोर्ट पहुंचे। 

क्यों अहम है पीएम मोदी की यात्रा 

चीन लगातार भारत के प्रभाव वाले हिंद महासागर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति और ताकत बढ़ा रहा है। ऐसे में भारत ने चीन को जवाब देने और उसे रोकने के लिए हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाना शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पापुआ न्यू गिनी की यात्रा हिंद प्रशांत महासागर में भारत की तैयारियों का हिस्सा है। 

बेहद अहम है पापुआ न्यू गिनी 

हिंद प्रशांत महासागर में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए पापुआ न्यू गिनी बेहद अहम देश हो सकता है। इस वजह से अमेरिका पापुआ न्यू गिनी में अपने सैन्य सहयोग को बढ़ाने की कोशिश में लगा हुआ है। चीन को जवाब देने के लिए अमेरिका भी अब हिंद प्रशांत देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने में लगा हुआ है।

calender
21 May 2023, 06:43 PM IST

जरुरी ख़बरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो