score Card

4 साल में चौथी मुलाकात, जेलेंस्की से होगी चर्चा; क्या होगा भारत का हासिल?

PM Modi Ukraine Visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों अपने विदेश दौरे पर हैं. पोलैंड के बाद आज वो युक्रेन पहुंचने वाले हैं. यहां वो यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात करेंगे. ये उनके पिछले 4 साल में चौथी मुलाकात होगी. ये इसलिए भी खास हो जाती है कि कुछ महीने पहले रूस दौरे का युक्रेन ने विरोध किया था और अब वो अपने देश में भारत के प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे. इस दौरे पर अमेरिका का भी रिएक्शन आया है.

JBT Desk
Edited By: JBT Desk

PM Modi Ukraine Visit: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यूक्रेन पहुच रहे हैं. यह यात्रा रूस में व्लादिमीर पुतिन के साथ हुई मुलाकात के डेढ़ महीने बाद हो रही है. यहां प्रधानमंत्री मोदी की यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात भी होगा. इस दौरान कई मुद्दों पर बात हो सकती है. अब इस दौरे पर दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं. क्योंकि, रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है. ऐसे में दोनों देशों की यात्रा को लेकर कहा जा रहा है की भारत अब मध्यस्थता करने के मूड में है. खैर इस दौरे को लेकर अमेरिका का भी रिएक्शन आ गया है.

बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 3 दिन के विदेश दौरे पर हैं. पहले वो 2 दिनों के लिए पोलैंड में थे. यहां उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के साथ ही भारतीय समुदाय को संबोधित किया है. अब यूक्रेन पहुंचने वाले हैं. यहां उनकी राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात होगा. इस दौरान वो कई मुद्दों पर बात कर सकते हैं. इसमें भारत के अपने विषयों के साथ रूस के साथ चल रहे युद्ध का भी विषय हो सकता है.

जेलेंस्की करेंगे स्वागत

कुछ महीने पहले PM मोदी रूस की यात्रा पर गए थे. इस दौरान जेलेंस्की ने इस यात्रा की आलोचना की थी. अब समय है कि वो अपने देश में भारत के प्रधानमंत्री का स्वागत करेंगे. इस दौरे में रक्षा, आर्थिक साझेदारी और वैज्ञानिक विकास को लेकर चर्चा होगी. इसके अलावा संभावना है कि  सांस्कृतिक आदान-प्रदान और स्टूडेंट्स से जुड़े मामलों पर भी कोई समझौता हो सकता है.

अमेरिका का बयान

पीएम मोदी की इस यात्रा को अमेरिका ने महत्वपूर्ण बताया है. अमेरिकी उप विदेश मंत्री रिचर्ड आर वर्मा ने कहा कि अमेरिका, रूस-भारत के संबंध को समझता है. मैं खुश हूं. ऐसा लगता है कि यह युद्ध का युग नहीं है. अब भारत को स्वयं यह निर्णय लेना होगा कि वह कहां खड़ा होना चाहता है. भारत में अमेरिका के राजदूत रह चुके वर्मा ने कहा कि आजादी और कानून के शासन की रक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण समय है.

calender
23 August 2024, 07:23 AM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag