TikTok Ban: अमेरिका ने क्यों अपनाया भारत का मॉडल? यहां भी बैन हो गया चीनी APP
TikTok Ban: अमेरिका में TikTok पर प्रतिबंध ने सभी को चौंका कर रख दिया है, लेकिन यह कदम अचानक नहीं था. भारत के 2020 के फैसले से प्रेरित इस प्रतिबंध का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और डेटा गोपनीयता सुनिश्चित करना है. अमेरिका ने भारत के मॉडल को अपनाकर दिखा दिया कि डिजिटल सुरक्षा वैश्विक प्राथमिकता बन चुकी है.

TikTok Ban in India: 19 जनवरी 2025 को अमेरिका में TikTok उपयोगकर्ताओं के लिए बड़ा झटका साबित हुआ. लाखों अमेरिकी उपयोगकर्ताओं को लॉगिन करते समय एक पॉप-अप संदेश मिला, जिसमें बताया गया कि ऐप अब उपलब्ध नहीं है. यह कदम अचानक लग सकता है, लेकिन TikTok पर प्रतिबंध का विचार वर्षों से चर्चा में था. 2020 में डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत का उदाहरण देते हुए इसी मुद्दे को उठाया था. आइए जानते हैं कि भारत ने TikTok पर प्रतिबंध क्यों लगाया और इससे जुड़े प्रमुख पहलू क्या हैं.
भारत ने TikTok पर क्यों लगाया प्रतिबंध?
आपको बता दें कि 29 जून 2020 को भारत सरकार ने TikTok समेत 58 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया. इसका कारण राष्ट्रीय सुरक्षा और डेटा गोपनीयता को बताया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने कहा कि ये ऐप्स भारत की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए खतरा हैं. यह निर्णय लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हुई झड़प के ठीक दो सप्ताह बाद लिया गया. इस हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे.
TikTok has officially gone down for users in the US. pic.twitter.com/PcKzSqZVyE
— chart data (@chartdata) January 19, 2025
भारत के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक बयान में कहा था:-
''ये ऐप्स ऐसी गतिविधियों में शामिल हैं जो भारत की संप्रभुता, अखंडता और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए हानिकारक हैं. इनके जरिए उपयोगकर्ताओं के डेटा को चुराकर गुप्त रूप से विदेशी सर्वरों पर भेजा जा रहा है.''
TikTok प्रतिबंध का प्रभाव
वहीं आपको बता दें कि भारत में प्रतिबंध से पहले TikTok का सबसे बड़ा उपयोगकर्ता आधार था, जहां 200 मिलियन से अधिक सक्रिय उपयोगकर्ता मौजूद थे. इस कदम से न केवल चीनी तकनीक को झटका लगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर सुरक्षा चिंताओं पर ध्यान केंद्रित किया गया. इसके अलावा, TikTok पर गलत सूचना, अनुचित सामग्री और साइबर बुलिंग के आरोप भी लगाए गए. वायरल वीडियो और चुनौतियों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं ने भी इस प्रतिबंध को मजबूती दी.
भारतीय उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रिया
बताते चले कि TikTok बैन ने भारतीय कंटेंट क्रिएटर्स को बुरी तरह प्रभावित किया. लाखों उपयोगकर्ता, जो TikTok के जरिए प्रसिद्ध हुए थे, अचानक अपनी आय का स्रोत खो बैठे. हालांकि, इसके विकल्प के रूप में YouTube Shorts, Instagram Reels और भारतीय ऐप्स जैसे मोज़, जोश और रोपोसो ने जगह बनाई.
अमेरिका ने क्यों लगाया TikTok पर प्रतिबंध?
इसके अलावा 2025 में अमेरिका ने भी भारत का अनुसरण करते हुए TikTok पर राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से प्रतिबंध लगाया. अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने बाइटडांस के स्वामित्व वाले इस चीनी ऐप पर प्रतिबंध को सही ठहराया. अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि TikTok के माध्यम से उपयोगकर्ताओं का डेटा चीनी सरकार तक पहुंच सकता है. बता दें कि अमेरिकी सरकार ने TikTok के साथ-साथ बाइटडांस के अन्य ऐप्स, जैसे CapCut और Lemon8 को भी बैन कर दिया.
भारत के रुख का वैश्विक प्रभाव
बता दें कि भारत द्वारा TikTok पर प्रतिबंध लगाने के बाद, कई देशों ने चीनी ऐप्स की सुरक्षा और डेटा गोपनीयता पर सवाल उठाए. अमेरिका, कनाडा, यूरोपीय संघ और ताइवान जैसे देशों ने सरकारी उपकरणों पर TikTok पर प्रतिबंध लगाया.
TikTok का भविष्य
हालांकि TikTok ने कहा है कि वह अपनी सेवाएं बहाल करने के प्रयास करेगा, लेकिन ऐप पर लगे इन प्रतिबंधों ने इसे अनिश्चित भविष्य की ओर धकेल दिया है. भारत और अमेरिका के कड़े कदम ने वैश्विक डिजिटल सुरक्षा चिंताओं को एक नई दिशा दी है.


