हूतियों पर हमले कर रहे अमेरिकी नौसेना को 559 करोड़ का नुकसान, F/A-18 जेट लाल सागर में गिरा
अमेरिकी नौसेना का F/A-18E सुपर हॉर्नेट विमान सोमवार को लाल सागर में गिर गया, जब विमान को खींचते समय क्रू का नियंत्रण हाथ से निकल गया.

अमेरिकी नौसेना का F/A-18E सुपर हॉर्नेट लड़ाकू विमान सोमवार को लाल सागर में गिर गया. ये दुर्घटना विमानवाहक पोत हैरी एस ट्रूमैन पर विमान को खींचने के दौरान हुई. इस दौरान विमान को खींचने वाले क्रू का नियंत्रण विमान से छूट गया, जिसके कारण विमान और ट्रैक्टर समुद्र में गिर गए. इस हादसे में एक नाविक को हल्की चोट आई है, जबकि अन्य सभी नाविक सुरक्षित हैं. अमेरिकी सेना द्वारा जारी बयान के अनुसार, ये हादसा एक बड़ी दुर्घटना से बचाव के तौर पर देखा जा सकता है, क्योंकि विमान को खींचने वाले क्रू ने गिरने से पहले खुद को बचा लिया.
जान-माल का बड़ा नुकसान नहीं
अमेरिकी नौसेना ने अपने आधिकारिक बयान में बताया कि F/A-18E सुपर हॉर्नेट विमान को हैरी एस ट्रूमैन विमानवाहक पोत के हैंगर-बे में खींचा जा रहा था, जब क्रू का नियंत्रण हाथ से निकल गया. इस कारण विमान और खींचने वाला ट्रैक्टर दोनों समुद्र में गिर गए. राहत की बात ये रही कि विमान को खींचने वाले नाविकों ने दुर्घटना से पहले खुद को बचा लिया और कोई भी जान-माल का बड़ा नुकसान नहीं हुआ. इस घटना में एक नाविक को हल्की चोट आई, लेकिन बाकी सभी नाविक सुरक्षित रहे.
6 पहले भी हो चुका हादसा
अमेरिकी नौसेना ने ये भी बताया कि विमान और ट्रैक्टर के गिरने के बाद, इस दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है. जानकारी के अनुसार, समुद्र में गिरने वाले F/A-18E सुपर हॉर्नेट विमान का मूल्य 67 मिलियन डॉलर से ज्यादा है. इस दुर्घटना को लेकर जांच और सुरक्षा उपायों पर ध्यान दिया जा रहा है. इससे पहले, अमेरिकी नौसेना के विमानवाहक पोत से इसी प्रकार की दूसरी दुर्घटना छह महीने से भी कम समय में हो चुकी है. पिछले साल एक विमान अपनी ही मिसाइल क्रूजर से गलती से मार गिराया गया था, लेकिन उस दौरान राहत की बात ये रही कि दोनों पायलट सुरक्षित रहे थे.
अमेरिकी नौसेना की बढ़ी उपस्थिति
अमेरिकी नौसेना का विमानवाहक पोत हैरी एस ट्रूमैन पश्चिम एशिया में अमेरिकी सैन्य गतिविधियों का हिस्सा है. ये विमान वाहक पोत दो अमेरिकी विमान वाहक पोतों में से एक है जो क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है. इस समय अमेरिकी सेना ने यमन के हूती विद्रोहियों पर हमले तेज कर दिए हैं, ताकि क्षेत्र में जहाजों के लिए खतरे को समाप्त किया जा सके. अमेरिकी नौसेना ने अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र में सक्रिय कदम उठाए हैं. हालांकि इस बढ़ी हुई उपस्थिति के साथ कुछ नुकसान भी उठाना पड़ा है.
सुरक्षा जांच जारी
इस हादसे के बाद, अमेरिकी नौसेना ने विमान के गिरने के कारणों की जांच शुरू कर दी है. विशेषज्ञों का कहना है कि समुद्र में विमान का मिलना एक मुश्किल काम होगा. हालांकि अमेरिकी नौसेना का कहना है कि विमान और पोत पर बाकी सभी विमानों की गतिविधियां सामान्य रूप से जारी हैं और कोई गंभीर व्यवधान नहीं आया है.


