सकट चौथ का चांद आया नजर, महिलाओं ने चंद्रमा को अर्पित दिया अर्घ्य
Sakat Chauth 2025 Moonrise: सकट चौथ के दिन शाम की पूजा के बाद महिलाओं को चांद निकलने का बेसब्री से इंतजार रहता है. क्योंकि ये व्रत चंद्र दर्शन के बाद ही खोला जाता है. ऐसे में हम आपको बताएंगे आज सकट का चांद कितने बजे निकलेगा.

Sakat Chauth 2025 Moonrise: सकट चौथ का चांद यूपी, बिहार, उत्तराखंड, झारखंड और अन्य राज्यों में दिखाई दिया. चांद को देखकर व्रति महिलाओं ने चंद्रमा को अर्घ्य दिया और फिर व्रत का पारण किया. आज महिलाएं अपनी संतान की लंबी उम्र, सुखी और स्वस्थ जीवन के लिए सकट चौथ का व्रत रख रही थीं. चांद के उगने का इंतजार करने के बाद, महिलाओं ने चंद्रमा को तिल, गुड़ आदि अर्पित किए और जल ग्रहण किया.
सकट चौथ के दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और संकट हरण गणपति की पूजा करती हैं. इस बार सकट चौथ के दिन सौभाग्य और मघा नक्षत्र का योग बन रहा है, जो बेहद शुभ माना जा रहा है. इस व्रत को तिलकुटा चौथ, तिल चौथ, माघ चतुर्थी और संकष्टी चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है.
सकट चौथ के दिन चांद का दीदार
ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल के अनुसार, सकट चौथ की पूजा में तिल और गुड़ का खास महत्व है. तिल को भूनकर गुड़ के साथ मिलाकर तिलकुट का पहाड़ या बकरा बनाया जाता है, उसकी पूजा की जाती है और फिर उसे घर के किसी बच्चे द्वारा काटा जाता है. इसके बाद कथा सुनाई जाती है और प्रसाद सभी में बांटा जाता है.
व्रति महिलाओं ने किया व्रत का पारण
यह व्रत संतान के जीवन में आने वाली समस्याओं और दुखों को दूर करता है और उनके जीवन को सुखी और समृद्ध बनाता है. यह पर्व माघ मास की कृष्ण चतुर्थी को मनाया जाता है.


