चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से लिया संन्यास
भारत के अनुभवी बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान उन्होंने 43.6 की औसत से 7195 रन बनाए.

Cheteshwar Pujara Retirement: भारत के अनुभवी बल्लेबाज़ चेतेश्वर पुजारा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट में भारत की रीढ़ माने जाने वाले पुजारा ने यह फैसला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया.
उन्होंने लिखा कि भारतीय जर्सी पहनकर मैदान पर उतरना और राष्ट्रगान गाना उनके जीवन का सबसे गर्वित क्षण रहा, लेकिन अब समय आ गया है कि वह क्रिकेट को अलविदा कहें. उन्होंने भारतीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा करते हुए अपने करियर के दौरान मिले समर्थन और प्यार के लिए सभी का आभार जताया.
पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैच खेले
पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैच खेले और इस दौरान उन्होंने 43.6 की औसत से 7195 रन बनाए. टेस्ट क्रिकेट में उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 206 रन रहा. उन्होंने अपने शानदार करियर में 19 शतक और 35 अर्धशतक जड़े. इसके अलावा उन्होंने पांच वनडे अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले, लेकिन इस छोटे प्रारूप में वह प्रभाव नहीं छोड़ पाए और केवल 51 रन ही बना सके. 2014 के बाद उन्हें वनडे टीम में मौका नहीं मिला.
टेस्ट टीम में पुजारा को अक्सर राहुल द्रविड़ का उत्तराधिकारी माना गया. द्रविड़ के संन्यास के बाद भारतीय टीम को तीसरे नंबर पर एक भरोसेमंद बल्लेबाज की तलाश थी और पुजारा ने यह भूमिका शानदार ढंग से निभाई. उनकी धैर्यपूर्ण और ठोस बल्लेबाजी शैली ने भारतीय क्रिकेट को कई बार मुश्किल परिस्थितियों से बाहर निकाला.
जब चुना गया प्लेयर ऑफ द सीरीज़..
पुजारा का नाम भारतीय क्रिकेट इतिहास में खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया में दर्ज दो ऐतिहासिक श्रृंखला जीतों के साथ जुड़ा रहेगा. 2018-19 में जब भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसकी ही सरजमीं पर हराया था, तब पुजारा ने पूरे दौरे पर बेहतरीन बल्लेबाजी की और उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज़ चुना गया. इसके बाद 2020-21 की सीरीज़ में, जब टीम इंडिया के कई खिलाड़ी चोटिल थे, तब पुजारा ने गाबा टेस्ट समेत कई मौकों पर अपनी दृढ़ता और साहस से टीम को संभाला और भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाने में अहम योगदान दिया.
Wearing the Indian jersey, singing the anthem, and trying my best each time I stepped on the field - it’s impossible to put into words what it truly meant. But as they say, all good things must come to an end, and with immense gratitude I have decided to retire from all forms of… pic.twitter.com/p8yOd5tFyT
— Cheteshwar Pujara (@cheteshwar1) August 24, 2025
उन्होंने आखिरी बार 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेला था. इसके बाद चयनकर्ताओं ने उन्हें टीम से बाहर कर दिया और धीरे-धीरे टीम मैनेजमेंट ने अजिंक्य रहाणे और उनके जैसे सीनियर खिलाड़ियों पर आगे का भरोसा नहीं जताया.
पुजारा के संन्यास के साथ ही भारतीय टेस्ट क्रिकेट का एक महत्वपूर्ण अध्याय समाप्त हुआ. उनका नाम उन खिलाड़ियों में हमेशा याद किया जाएगा, जिन्होंने टीम के लिए न सिर्फ रन बनाए बल्कि जुझारू रवैये और धैर्य से भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया.


