Bihar News: बिहार में जातिगत आर्थिक आंकड़े जारी, 7 फीसदी लोग ग्रेजुएट... SC-ST वर्ग के करीब 42 फीसदी लोग गरीब
बिहार विधानसभा में आर्थिक और शैक्षणिक रिपोर्ट रखी गई है, इस रिपोर्ट की मानें तो बिहार में 34 फीसदी लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रही है.
Caste Economic Statistics In Bihar: बिहार विधानसभा में जातिगत आर्थिक और शैक्षणिक जनगणना रिपोर्ट रखी गई है, इस रिपोर्ट के जारी होने से पहले जातिगत आंकड़े सामने आ गए हैं. इस रिपोर्ट की मानें तो बिहार सात फीसदी लोग ग्रेजुएट है. इस वर्ष नीतीश सरकार ने राज्य में जातिगत जनगणना करवाई थी. इस साल अक्टूबर में जातिगत आंकड़े जारी कर दिए गए थे, लेकिन आर्थिक आंकड़े रह गए थे. जिसको आज विधानसभा के पटल पर रखें जाएंगे.
कई लाख परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं
इस रिपोर्ट की मानें तो सूबे में 34.13 फीसदी परिवारों की मासिक आय 6 हजार रुपये हैं. सरकार ने इन्हें गरीबी रेखा से नीचे रखा है. अनुसूचित जनजाति वर्ग में आने वाली जाति मुसहर भुइया जैसी जातियों की संख्या सबसे ज्यादा है.
आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट आय परिवारों का प्रतिशत
- 6000 रुपयेतक 34.13%
- 6000 से 10 हजार तक 29.61%
- 10 हजार से 20 हजार तक 18.06%
- 20 हजार से 50 हजार तक 9.83%
- 50 हजार सेअधिक 3.90%
- आय की जानकारी नहीं देने वाले परिवार 4.47%
सामान्य जाति के 25 फीसदी परिवार गरीब
बता दें कि सामान्य जाति के परिवार के 25 फीसदी लोग मुफलिसी में जिंदगी जी रहे हैं, 23 फीसदी की आबादी की आय 6 से 10 हजार रूपये है. 19 फीसदी की आबादी 10 हजार से 20 हजार रूपये तक है. वहीं, 9 फीसदी की आबादी की सैलेरी 50 हजार तक है.
अनुसूचित जाति के 42 प्रतिशत लोग गरीबी रेखा के नीचे
अनुसूचित जाति वर्ग के 42 फीसदी लोगों की आय 6 हजार तक है, 29 फीसदी की लोगों की आय 6 से 10 हजार रूपये तक है. 15 फीसदी की आबादी की मासिक आय 10 से 20 हजार रूपये है. 5 फीसदी आबादी की मासिक आय 20 से 30 हजार है. 1 फीसदी आबादी की मासिक आय 50 हजार है.
2 फीसदी परिवार की आय 50 हजार से अधिक
अनुसूचित जनजाति वर्ग में 42 फीसदी लोगों की आय 6 हजार रुपये है, 25 फीसदी की मासिक आय 6 से 10 हजार रुपये है. 16 प्रतिशत आबादी की मासिक आय 10 से 20 हजार रुपये है. मात्र 2 फीसदी आबादी की आय 50 हजार रुपये से अधिक है.
वर्ग | गरीबों की संख्या |
सामान्य वर्ग | 25.09% |
पिछड़ा वर्ग | 33.16% |
अति पिछड़ा वर्ग | 33.58% |
अनुसूचित जाति | 42.93% |
अनुसूचित जनजाति | 42.70% |
अन्य जातियां | 23.72% |
जाति | गरीबों की संख्या |
दुसाध, धारी, धरही | 39% |
चमार, मोची | 42% |
मुसहर | 54% |
पान, सवासी, पानर | 36% |
पासी | 38% |
धोबी, रजक | 35% |
भुइया | 53% |
चौपाल | 39% |
यादव | 35% |
कुशवाहा, कोइरी | 34% |
कुर्मी | 30% |
बनिया | 24% |
ब्राह्मण | 25.32% |
भूमिहार | 27.58% |
राजपूत | 24.89% |
कायस्थ | 13.83% |
शेख | 25.84% |
पठान (खान) | 17.61% |
तेली | 29.87% |
मल्लाह | 34.56% |
कानू | 32.99% |
धानुक | 34.35% |
नोनिया | 35.88% |
चंद्रवंशी (कहार) | 34.08% |
नाई | 38.37% |
बढ़ई | 27.71% |
प्रजापति (कुम्हार) | 33.39% |