क्या पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर किसी को भरोसा नहीं? IPL तो छोड़िए अब इस बड़ी लीग से पत्ता हुआ साफ
इंग्लैंड की 'द हंड्रेड' लीग में किसी भी पाकिस्तानी खिलाड़ी का चयन नहीं हुआ है. मजे की बात ये है कि 45 पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने ड्राफ्ट में अपना नाम दर्ज कराया था. बावजूद इसके किसी खिलाड़ी का चयन नहीं हुआ. इससे पाकिस्तान के बड़े-बड़े प्लेयर इस लीग में खेल चुके हैं.

इंग्लैंड की प्रमुख क्रिकेट लीग 'द हंड्रेड' के 2025 सीजन के लिए हुए प्लेयर ड्राफ्ट में पाकिस्तान के किसी भी खिलाड़ी का चयन नहीं हुआ. 45 पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने ड्राफ्ट में अपना नाम दर्ज कराया था. लेकिन किसी भी टीम ने उन पर दांव नहीं लगाया. यह स्थिति खासतौर पर चौंकाने वाली है, क्योंकि पिछले सीजन में पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने अच्छे प्रदर्शन से दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया था. उसामा मीर, हरीस रौफ, इमाद वसीम और शाहीन अफरीदी जैसे खिलाड़ी इस लीग में खेल चुके थे.
'द हंड्रेड' लीग से गायब पाकिस्तानी खिलाड़ी
इस साल द हंड्रेड में एक महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है. इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने लीग के फ्रेंचाइजी मॉडल में बाहरी निवेश को अनुमति दी और अब आठ में से चार फ्रेंचाइजी पर आईपीएल टीमों का मालिकाना हक है. इस बदलाव के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या आईपीएल फ्रेंचाइजियों की मौजूदगी के कारण पाकिस्तानी खिलाड़ियों को यह नुकसान हुआ है. खासकर, मुंबई हमलों के बाद से पाकिस्तानी खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने की अनुमति नहीं है. अब उनका 'द हंड्रेड' से गायब होना एक नया सवाल खड़ा कर रहा है.
हालांकि, यह भी ध्यान देने योग्य है कि अन्य चार फ्रेंचाइजियों, जिनका मालिकाना हक आईपीएल के पास नहीं है उन्होंने भी पाकिस्तानी खिलाड़ियों को नहीं चुना. दक्षिण अफ्रीका की SA20 लीग में भी सभी टीमों के आईपीएल मालिक हैं. वहां भी अब तक एक भी पाकिस्तानी खिलाड़ी को जगह नहीं मिली है. अब सवाल उठ रहा है कि क्या पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर ‘सॉफ्ट बैन’ लगाया गया है, जबकि ईसीबी ने पहले कहा था कि उनके भागीदारों की मौजूदगी पर कोई असर नहीं पड़ेगा.