शुभमन गिल की फिटनेस पर मुहर, अब साउथ अफ्रीका टी20 सीरीज में दिखाएंगे दम
शुभमन गिल पूरी तरह फिट घोषित कर दिए गए हैं. बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) से गिल के फिटनेस टेस्ट पास करने की पुष्टि हो चुकी है.

भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है. शुभमन गिल पूरी तरह फिट घोषित कर दिए गए हैं. उनकी फिटनेस को लेकर पिछले कुछ समय से टीम मैनेजमेंट और प्रशंसकों में अनिश्चितता बनी हुई थी, लेकिन अब बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) से गिल के फिटनेस टेस्ट पास करने की पुष्टि हो चुकी है.
मैदान पर उतरने के लिए तैयार गिल
माना जा रहा है कि वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली पांच मैचों की टी20 सीरीज में मैदान पर उतरने के लिए तैयार हैं. रिपोर्ट के अनुसार, बोर्ड से जुड़े मीडिया अधिकारियों ने बताया कि गिल ने न केवल अपना रिहैबिलिटेशन पूरी तरह पूरा किया है, बल्कि फिटनेस व प्रदर्शन से जुड़े सभी मानकों पर शानदार तरीके से सफल रहे हैं.
गिल की रिकवरी फेज को लगातार और बेहद ध्यानपूर्वक ट्रैक किया गया. विशेषज्ञों का मानना है कि उनकी फिटनेस उस स्तर पर पहुंच गई है, जहां वह बिना किसी संदेह के अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में वापसी कर सकते हैं. टी20 सीरीज के लिए जब कुछ दिन पहले टीम इंडिया की घोषणा की गई थी, तब गिल का नाम स्क्वाड में शामिल था. हालांकि, बीसीसीआई ने उसी समय स्पष्ट कर दिया था कि अंतिम तौर पर उनका चयन फिटनेस टेस्ट पास करने पर निर्भर करेगा. यदि वह टेस्ट में सफल नहीं होते, तो उनके स्थान पर दूसरे खिलाड़ी को शामिल किया जा सकता था.
जल्द मिलेगी आधिकारिक रूप से पूरी फिटनेस की मंजूरी
उम्मीद है कि सीओई की ओर से उन्हें जल्द आधिकारिक रूप से पूरी फिटनेस की मंजूरी मिल जाएगी. स्पोर्ट्स साइंस और मेडिसिन विभाग भी उन्हें लेकर हरी झंडी देने की तैयारी में है. नौ दिसंबर से शुरू होने वाली पांच मैचों की टी20 सीरीज शुभमन गिल के लिए काफी अहम मानी जा रही है. ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान उन्हें वनडे टीम की कप्तानी की जिम्मेदारी दी गई थी और टी20 टीम के लिए वह उप-कप्तान चुने गए थे.
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाली यह सीरीज उनके नेतृत्व और बल्लेबाजी दोनों की परीक्षा साबित होगी. अगले साल फरवरी-मार्च में होने वाला टी20 वर्ल्ड कप भी टीम इंडिया के सामने बड़ा लक्ष्य है. ऐसे में गिल का पूरी तरह फिट होकर वापसी करना टीम की योजनाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. उनकी मौजूदगी से टीम की बल्लेबाजी में स्थिरता और आत्मविश्वास बढ़ने की उम्मीद है.


