मेट्रो में नौकरी का झांसा, 6 युवकों से लाखों की ठगी, फर्जी जॉइनिंग लेटर से खुला बड़ा राज
मेरठ में मेट्रो नौकरी दिलवाने के नाम पर नीरज प्रधान और उसके गिरोह ने 6 युवकों से 6 लाख रुपये ठग लिए, जब फर्जी जॉइनिंग लेटर के आधार पर वे मेट्रो ऑफिस पहुंचे तो धोखाधड़ी का खुलासा हुआ. इसके अलावा, मोदीपुरम में एक छात्रा से साइबर ठगों ने 37 हजार रुपये की ठगी की और परतापुर में एक व्यक्ति के बैंक खाते से 54 हजार रुपये की धोखाधड़ी हुई.

यूपी के मेरठ में मेट्रो रेल में नौकरी दिलवाने के नाम पर नीरज प्रधान और उसके गिरोह के सदस्यों ने 6 युवकों से लाखों रुपये ठग लिए. इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ, जब फर्जी जॉइनिंग लेटर के आधार पर पीड़ितों ने मेट्रो ऑफिस में जॉइनिंग के लिए पहुंचकर असलियत का पता लगाया. ब्रह्मपुरी थाने में पीड़ित पिंटू त्यागी की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है.
पीड़ित पिंटू त्यागी ने बताया कि नीरज प्रधान ने उसे और उसके परिचितों को मेट्रो रेल में नौकरी लगाने का झांसा दिया था. नीरज ने नौकरी के बदले रकम की मांग की और इसके बाद सभी पीड़ितों ने मिलकर करीब 6 लाख रुपये उसे और उसके गिरोह के अन्य सदस्यों को दे दिए. जब जॉइनिंग के लिए वे मेट्रो ऑफिस पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि उनके पास जो जॉइनिंग लेटर था, वो पूरी तरह से फर्जी था. इसके बाद नीरज और उसके भाइयों से बात करने पर उन्होंने गाली-गलौच और धमकी दी. पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है.
छात्रा से 37 हजार की ठगी
मेरठ के मोदीपुरम में स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय की छात्रा प्रियंवदा सिंह से साइबर ठगों ने 37 हजार रुपये की ठगी की. प्रियंवदा सिंह ने बताया कि 15 फरवरी को उनके फोन पर एक ऑनलाइन मैसेज आया, जिसके बाद चार ट्रांजैक्शंस में कुल 37 हजार रुपये कट गए. प्रियंवदा की शिकायत पर थाना पल्लवपुरम पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है.
54 हजार रुपये की धोखाधड़ी
मेरठ के परतापुर के अछरोंडा निवासी विनय ने पुलिस को बताया कि उसके पिता का खाता शताब्दीनगर स्थित एक बैंक में है. 4 साल पहले उनका पुराना मोबाइल नंबर खो गया था, जिसे अब मुरादाबाद के डिराली गांव का निरपेंद्र चला रहा है. निरपेंद्र ने पुराने नंबर का इस्तेमाल कर विनय के पिता के बैंक खाते से 54 हजार रुपये ट्रांसफर कर लिए. विनय ने मामले की शिकायत पुलिस से की है और धोखाधड़ी की जांच शुरू कर दी गई है.
पुलिस कार्रवाई और बयान
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि वे इस तरह के धोखाधड़ी के मामलों से बचने के लिए सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें.


