स्ट्रॉन्ग रूम में CCTV बंद, आधी रात में वैन की एंट्री... RJD के आरोपों पर EC ने दिया जवाब
निर्वाचन आयोग ने आरजेडी के हाजीपुर स्ट्रॉन्ग रूम में सेंध लगाने के आरोपों को भ्रामक बताया. जांच में पाया गया कि सीसीटीवी फीड सिर्फ कुछ मिनटों के लिए तकनीकी कारणों से बंद हुई थी, जबकि पिकअप वैन सुरक्षा कर्मियों का सामान लेकर गई थी.

बिहार : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) द्वारा लगाए गए स्ट्रॉन्ग रूम सुरक्षा में सेंध के आरोपों पर बड़ा अपडेट सामने आया है. निर्वाचन आयोग ने आरजेडी द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो को भ्रामक और तथ्यों से परे बताया है. आयोग की जांच में स्पष्ट हुआ कि स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह सुरक्षित है और वीडियो में दिखाई गई गतिविधि सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा थी.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
वैशाली जिले के हाजीपुर स्थित स्ट्रांग रूम में बारी-बारी से विभिन्न विधानसभाओं का सीसीटीवी बंद कर दिया जाता है। मध्य रात्रि पिकअप वैन वहाँ घुसती है और निकलती है। @ECISVEEP जवाब दें। l
देश का सबसे बड़ा वोट डकैत कई दिनों से प्रचार के बहाने बिहार में डेरा डाले हुए है। चुनाव आयोग के… pic.twitter.com/y5hrck8GqZ
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 7, 2025
निर्वाचन आयोग की जांच में सामने आई सच्चाई
निर्वाचन आयोग ने आरजेडी के इस वीडियो पर तुरंत संज्ञान लिया और वरिष्ठ अधिकारियों से तथ्यात्मक जांच कराई. जांच में पाया गया कि स्ट्रॉन्ग रूम की निगरानी के लिए सीसीटीवी फीड डिस्प्ले दो स्थानों पर लगाए गए हैं एक कंट्रोल रूम में और दूसरा स्ट्रॉन्ग रूम के पास उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के लिए बनाए गए क्षेत्र में. कंट्रोल रूम में सीसीटीवी फीड लगातार सक्रिय रही, जबकि उम्मीदवार प्रतिनिधियों के क्षेत्र में महनार विधानसभा का डिस्प्ले स्क्रीन ऑटो टाइमआउट की वजह से कुछ मिनटों के लिए बंद हुआ था, जिसे तुरंत दोबारा चालू कर दिया गया. आयोग ने बताया कि इस दौरान किसी भी प्रकार की सुरक्षा में सेंध या गड़बड़ी नहीं हुई.
अब समस्तीपुर की मोहिउद्दीन नगर विधानसभा के स्ट्रांग रूम में घुसते कुछ संदिग्ध दिखे।@ECISVEEP @CEOBihar स्थिति स्पष्ट करे कि ब्रजगृह के अंदर ये संदिग्ध लोग कौन थे और क्या कर रहे थे?
जागते रहो, सतर्क रहो। एक बाहरी वोट डकैत बीते कई दिनों से बिहार में बैठकर बिहार विरोधी कुछ… pic.twitter.com/DXprL4nPzW
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) November 8, 2025
पिकअप वैन को लेकर उठे सवालों का भी जवाब
वीडियो में दिखी पिकअप वैन को लेकर भी आयोग ने स्पष्ट किया कि यह वाहन सुरक्षा कर्मियों का सामान, जैसे कि बेडिंग और भोजन, लेकर स्ट्रॉन्ग रूम परिसर में गया था. यह गाड़ी लगभग 15 मिनट के अंदर परिसर से बाहर निकल आई. स्ट्रॉन्ग रूम कॉलेज कैंपस में स्थित है, जहाँ निर्वाचन आयोग की तीन-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू है. गाड़ी के प्रवेश और निकास का पूरा विवरण कॉलेज के मेन गेट पर रखे सिक्योरिटी रजिस्टर में दर्ज पाया गया. इस जानकारी की पुष्टि लालगंज विधानसभा सीट से आरजेडी उम्मीदवार के प्रतिनिधि कुंदन कुमार ने भी की, जिससे यह साबित हुआ कि वायरल वीडियो में किए गए आरोप तथ्यहीन थे.
स्ट्रॉन्ग रूम पूरी तरह सुरक्षित
निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया कि हाजीपुर स्ट्रॉन्ग रूम में किसी भी प्रकार की अनधिकृत गतिविधि या छेड़छाड़ नहीं हुई है. सोशल मीडिया पर प्रसारित जानकारी गुमराह करने वाली है. आयोग ने राजनीतिक दलों से अपील की कि वे मतदान प्रक्रिया को लेकर अफवाहें फैलाने से बचें और प्रमाणिक जानकारी साझा करें.
पहले चरण का मतदान रिकॉर्ड तोड़
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में राज्य के 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान हुआ. इस बार 65.08 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जो 2020 के विधानसभा चुनाव (57.29%) से 7.79 प्रतिशत अधिक है. वहीं, 2024 के लोकसभा चुनाव की तुलना में मतदान 8.8 प्रतिशत ज्यादा रहा. महिलाओं की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही.
1998 का रिकॉर्ड टूटा, अब नजरें दूसरे चरण पर
इस बार बिहार के मतदाताओं ने 1998 के विधानसभा चुनाव का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया, जब 64.6 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ था. अब दूसरे और अंतिम चरण का मतदान 11 नवंबर को 122 सीटों पर होगा, जिसमें गया, औरंगाबाद, नवादा, भागलपुर, पूर्णिया और जमुई जैसे जिले शामिल हैं. मतगणना 14 नवंबर को होगी, जो राज्य की राजनीतिक दिशा तय करेगी. आरजेडी द्वारा लगाए गए आरोपों पर निर्वाचन आयोग की विस्तृत जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया कि स्ट्रॉन्ग रूम में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई.
आयोग ने वीडियो को भ्रामक बताते हुए कहा कि पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी तकनीकी और भौतिक सुरक्षा उपाय लागू हैं. इस बीच, बिहार में रिकॉर्ड तोड़ मतदान ने लोकतंत्र की मजबूती का परिचय दिया है. स्ट्रॉन्ग रूम में तीन-स्तरीय सुरक्षा लागू है. आयोग ने कहा कि मतदान प्रक्रिया पारदर्शी और सुरक्षित है. पहले चरण में 65.08% मतदान दर्ज किया गया.


