हरिद्वार गंगा की लहरों में फंसे पूर्व कबड्डी स्टार, समय रहते सुरक्षित रेस्क्यू किया गया
हरिद्वार में गंगा नदी में डूबने से बाल-बाल बचे भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा, इस घटना में 40वीं पीएसी की टीम ने तुरंत कार्रवाई कर उनकी जान बचाई.

Haridwar Incident: हरिद्वार में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया जब भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित खिलाड़ी दीपक हुड्डा गंगा नदी की तेज़ धाराओं में बह गए. घटना उस वक्त घटी जब श्री हुड्डा पवित्र नदी में स्नान कर रहे थे. अचानक उनका संतुलन बिगड़ा और वह तेज बहाव में बहने लगे. गनीमत रही कि मौके पर मौजूद राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीम ने तत्काल मोटरबोट के ज़रिए उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया. गंगा में डूबने की घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे तेज लहरों से संघर्ष कर रहे दीपक हुड्डा को SDRF की नाव किनारे तक लाती है. यह दृश्य देखकर घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई.
बचाव अभियान रहा सफल
अधिकारियों ने पुष्टि की है कि तेज बहाव और चुनौतियों के बावजूद बचाव दल ने तत्परता और साहस का परिचय देते हुए अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया. हालात मुश्किल थे, लेकिन SDRF की टीम ने बिना वक्त गंवाए कार्य किया और खिलाड़ी को सुरक्षित बाहर निकाला.
भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान
दीपक हुड्डा भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान रह चुके हैं और उन्होंने एशियाई खेलों में देश को स्वर्ण पदक भी दिलाया है. उन्हें उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए अर्जुन पुरस्कार से नवाज़ा गया है. उनकी पत्नी स्वीटी बूरा, एक अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज़ हैं, जिन्हें हाल ही में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
सुरक्षा के कड़ा इंतजाम
हरिद्वार में इन दिनों कांवड़ यात्रा का विशेष आयोजन चल रहा है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग ले रहे हैं. गंगा स्नान के दौरान हर साल डूबने की घटनाएं सामने आती हैं, जिसे देखते हुए हरिद्वार पुलिस और SDRF ने घाटों पर विशेष निगरानी दल तैनात किए हैं. 2024 की कांवड़ यात्रा में SDRF अब तक 250 से अधिक श्रद्धालुओं को डूबने से बचा चुकी है, एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी.
हरिद्वार में घाटों पर रेस्क्यू टीमें
घाटों पर मोटरबोट और चिकित्सा दल लगातार सक्रिय हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके. लोगों में डर, लेकिन SDRF की तत्परता ने बचाया. दीपक हुड्डा के साथ हुई इस घटना ने हरिद्वार में मौजूद लोगों को झकझोर दिया है. घाटों पर श्रद्धालुओं को बार-बार चेतावनी दी जा रही है कि वह गहराई में न जाएं और तेज धाराओं से बचें. SDRF की तत्काल प्रतिक्रिया और प्रशिक्षण का ही परिणाम था कि एक राष्ट्रीय हीरो का जीवन सुरक्षित बच सका.


