अनोखा मामला: नेपाल के कृष्ण को ग्रेटर नोएडा की यशोदा ने पाला, 27 साल बाद ले गई देवकी

एक 14 साल का बच्चा दिल्ली में नौकरी के लिए आया था और अब 41 साल का होने के बाद वापस अपने घर लौटा है। दरअसल, यह बच्चा एनसीआर की रफ्तार के बीच खो गया और ग्रेटर नोएडा के एक गांव में आ पहुंचा। यहां पर करीब 27 साल तक एक घर में परिवार का सदस्य बन कर रहा, लेकिन 27 साल बाद व्ह अपने बिछड़े परिजनों से मिल गया।

Janbhawana Times
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ग्रेटर नोएडा। एक 14 साल का बच्चा दिल्ली में नौकरी के लिए आया था और अब 41 साल का होने के बाद वापस अपने घर लौटा है। दरअसल, यह बच्चा एनसीआर की रफ्तार के बीच खो गया और ग्रेटर नोएडा के एक गांव में आ पहुंचा। यहां पर करीब 27 साल तक एक घर में परिवार का सदस्य बन कर रहा, लेकिन 27 साल बाद वह अपने बिछड़े परिजनों से मिल गया। दादरी पुलिस ने सकुशल बच्चे को नेपाल के लिए रवाना किया है। बच्चा 14 वर्ष की आयु में नेपाल से दिल्ली नौकरी के लिए आया था और अब 41 साल की आयु में वापस अपने घर के लिए रवाना हुआ है।

नेपाल का रहने वाला कृष्ण आज से करीब 27 साल पहले अपने गांव के चाचा टीकाराम के साथ दिल्ली आया था। यहां पर एक कंपनी में काम करने के लिए अपने चाचा के साथ कृष्ण आया था। जिससे उसके परिवार का पालन- पोषण हो रहा था, लेकिन अचानक कृष्ण दिल्ली से लापता हो गया और वहां से भटकता हुआ कृष्ण ग्रेटर नोएडा आ पहुंचा। ग्रेटर नोएडा में स्थित कोट गांव में रहने वाले संजय और उसके परिवार ने नेपाल के निवासी कृष्ण को अपने घर मे जगह दी। कृष्ण को संजय ने अपने परिवार में सदस्य बनाकर रखा। कृष्ण 27 सालों तक संजय के परिवार का सदस्य बनकर रहा, लेकिन एक दिन कुछ लोग कृष्ण को ग्रेटर नोएडा से बंधक बनाकर बागपत ले गए।

इस मामले की जानकारी संजय ने दादरी पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने संजय की तलाश शुरू की और ढ़ाई साल बाद संजय को बागपत से ढूंढ निकाला। जिस दौरान संजय बागपत में रहा था, उस दौरान वहीं पर रहने वाले एक नेपाल के निवासी ने मामले की जानकारी नेपाल एंबेसी को दे दी थी। नेपाल एंबेसी मामले की जांच कर रही थी, लेकिन इसी दौरान दादरी पुलिस कृष्ण को ढूंढ निकाला और उसको ग्रेटर नोएडा में लाकर संजय को सौंप दिया। उसके कुछ दिनों बाद नेपाल एंबेसी, कृष्ण के परिजन और नेपाल पुलिस ग्रेटर नोएडा के कोट गांव पहुंची।

जैसे ही कृष्ण ने अपनी मां को देखा, तुरंत उसकी आंखों से आंसू छलक गए। मां और बेटा एक-दूसरे की बाहों में लिपटकर रोने लगे। अब दादरी पुलिस और संजय ने कृष्ण को खुशी-खुशी नेपाल के लिए रवाना कर दिया है।

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05 June 2022, 08:13 PM IST

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