Lok Sabha Election 2024: यूपी में वंशवाद की राजनीति से अछूती नहीं है बीजेपी, इन परिवारों ने का है कब्जा!

Modi ka Parivar: वंशवाद की राजनीति का विरोध करने वाली बीजेपी उत्तर प्रदेश में भी वंशवाद की राजनीति से अछूती नहीं है. इस राज्य में कई बीजेपी नेताओं के बेटे-बेटियां पार्टी से चुनाव लड़ते हैं और परिवार के कई सदस्य योगी सरकार में मंत्री भी हैं.

JBT Desk
JBT Desk

Modi ka Parivar: राजनीति में वंशवाद हमेशा से चर्चा का विषय रहा है. राजनीति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अलग-अलग राज्यों में अपने भाषणों में भाई-भतीजावाद पर हमला बोलते रहते हैं. पीएम मोदी हमेशा कांग्रेस पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगाते रहते हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश में बीजेपी में वंशवाद और भाई-भतीजावाद साफ नजर आ रहा है. यूपी में भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने अपने बच्चों को भी राजनीति में स्थापित किया है. आज हम आपको यूपी में बीजेपी के वंशवादी नेताओं के बारे में बताएंगे. 

राजनाथ सिंह- पंकज सिंह- मोदी सरकार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह BJP के दिग्गज नेता हैं. राजनाथ सिंह बीजेपी अध्यक्ष रह चुके हैं. वह देश के गृह मंत्री भी रह चुके हैं. उनके बेटे पंकज सिंह BJP से नोएडा से विधायक हैं. वह उत्तर प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष भी हैं. पंकज सिंह बीजेपी से दूसरी बार जीतकर विधायक बने हैं.

कल्याण सिंह-​संदीप सिंह- उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पोते और राजवीर सिंह के बेटे संदीप सिंह पारिवारिक भाजपा नेता हैं. राजवीर सिंह वर्तमान में एटा से सांसद हैं. इलाके में उन्हें राजू भैया के नाम से जाना जाता है. राजवीर सिंह के बड़े बेटे संदीप सिंह यूपी की राजनीति में सक्रिय हैं. संदीप सिंह यूपी सरकार में विधायक और शिक्षा राज्य मंत्री हैं. 

मेनका गांधी- वरुण गांधी- उत्तर प्रदेश बीजेपी में मेनका गांधी की राजनीतिक विरासत को उनके बेटे वरुण गांधी आगे बढ़ा रहे हैं. वरुण गांधी पीलीभीत से और मेनका गांधी सुल्तानपुर से सांसद हैं. पीलीभीत और सुल्तानपुर में आज भी मां-बेटे पारंपरिक जीवन जी रहे हैं. 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए इन दोनों सीटों पर अभी तक बीजेपी उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं की गई है. ऐसे में कहा जा रहा है कि बीजेपी इन दोनों को हटा सकती है.

संघमित्रा मौर्य- स्वामी प्रसाद मौर्य - स्वामी प्रसाद मोर्या की बेटी संघमित्रा मौर्य वर्तमान में बदायूँ से भाजपा सांसद हैं. 2019 में स्वामी प्रसाद मौर्य यूपी की योगी सरकार में मंत्री थे. फिलहाल स्वामी प्रसाद किसी भी पार्टी में नहीं हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य यूपी चुनाव 2022 के दौरान सपा में शामिल हुए थे. यानी पिता और पुत्री दोनों को बीजेपी ने मौका दिया है. इस बार संघमित्रा मौर्य को लेकर चर्चा है कि बीजेपी उनका टिकट काट सकती है.

रीता बहुगुणा जोशी-मयंक जोशी- इलाहाबाद से बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी की राजनीतिक दिलचस्पी भी सामने आई है. यूपी चुनाव 2022 के दौरान बीजेपी सांसद अपने बेटे के लिए पैरवी करती नजर आईं. हालाँकि, उन्हें सफलता नहीं मिली. इसके बाद मयंक जोशी ने आजमगढ़ के गोपालपुर में एक जनसभा में अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया.

ऐसे में अब वह भी परिवार की राजनीतिक परंपरा को आगे बढ़ाते नजर आ रहे हैं. रीता बहुगुणा जोशी ने अपने पिता और यूपी के पूर्व सीएम हेमवती नंदन बहुगुणा की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया है. अब उनके बेटे इसे आगे बढ़ाते नजर आ रहे हैं.

नरेश अग्रवाल- नितिन अग्रवाल- सपा से भाजपा में शामिल हुए पूर्व सांसद नरेश अग्रवाल के बेटे नितिन अग्रवाल योगी सरकार में आबकारी राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं. इनके अलावा नरेश अग्रवाल के परिवार के सदस्य जिला पंचायत अध्यक्ष, क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष और जिला सहकारी बैंकों के अध्यक्ष हैं. 

calender
13 March 2024, 01:04 PM IST

जरुरी ख़बरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो