'तैयारी के लिए चाहिए था एक और साल', NEET परीक्षा से पहले दिल्ली में छात्र ने की आत्महत्या
दिल्ली के 23 वर्षीय NEET अभ्यर्थी ने 4 मई को होने वाली प्रवेश परीक्षा से कुछ दिन पहले कोटा में आत्महत्या कर ली. उसके माता-पिता ने बताया कि उसने हाल ही में तैयारी के लिए एक और साल की आवश्यकता जताई थी और घर लौटने से इनकार कर दिया था.

राजस्थान के कोटा में दिल दहला देने वाली घटना तब हुई जब दिल्ली से 23 वर्षीय NEET अभ्यर्थी रोशन शर्मा गुरुवार को रेलवे ट्रैक के पास मृत पाया गया.यह घटना NEET-UG 2025 परीक्षा से कुछ दिन पहले की है.उसके शोक संतप्त माता-पिता, जो हाल ही में उसे घर वापस जाने के लिए मनाने के लिए उससे मिलने गए थे, शव लेने के लिए शवगृह के बाहर इंतजार करते हुए टूट गए.
रोशन के पिता रंजीत शर्मा, जो दिल्ली के तुगलकाबाद में एक बढ़ई हैं, ने अपनी आखिरी बातचीत को याद करते हुए बताया.रोशन ने इस साल परीक्षा में बैठने में अनिच्छा जताई थी, जिसके बाद परिवार उसे वापस लाने के लिए 22 अप्रैल को कोटा गया था. रंजीत ने बताया, "हमारा बेटा पढ़ाई में बहुत मेहनती था, कोचिंग संस्थान में नियमित परीक्षाओं में उसे 550-600 अंक मिलते थे." उन्होंने बताया कि रोशन ने हाल ही में अपनी बहन से कहा था कि उसे मेडिकल प्रवेश परीक्षा की पूरी तैयारी के लिए एक साल और चाहिए.
NEET छात्र की सुसाइड से परिवार और दोस्त सदमे में
माता-पिता की मिन्नतों के बावजूद रोशन उनके साथ वापस नहीं लौटा.वे उसका सामान लेकर कोटा से चले गए, इस उम्मीद में कि वह अपना मन बदल लेगा.लेकिन जब बार-बार कॉल का जवाब नहीं मिला, तो उनकी सबसे बुरी आशंका सच साबित हुई. पुलिस ने बताया कि रोशन का शव गुरुवार सुबह रेलवे ट्रैक के पास झाड़ियों से बरामद किया गया.शुरुआती जांच से पता चला है कि उसने कोई जहरीला पदार्थ खाया था.पोस्टमार्टम के बाद अधिकारियों ने शुक्रवार को शव परिवार को सौंप दिया.
कुन्हाड़ी पुलिस स्टेशन के सर्किल इंस्पेक्टर अरविंद भारद्वाज ने कहा, "पुलिस ने बीएनएसएस धारा 194 (ए) (पूछताछ) के तहत मामला दर्ज किया है."आत्मघातीउन्होंने यह भी कहा कि माता-पिता ने किसी के खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाया है.
कोटा का बढ़ता संकट
रोशन की मौत इस साल कोटा में 12वीं संदिग्ध छात्र आत्महत्या है, जो प्रतियोगी परीक्षा के उम्मीदवारों पर बढ़ते दबाव की याद दिलाती है.पिछले साल ही, भारत की कोचिंग राजधानी के रूप में जाने जाने वाले इस शहर में 17 ऐसी आत्महत्याएँ हुईं.
रोशन पिछले तीन सालों से NEET की तैयारी कर रहा था और कोटा में रहने के दौरान उसने बेहतर तैयारी के लिए कोचिंग संस्थान बदल लिए थे.उसके परिवार ने बताया कि वह दबाव में था लेकिन हाल ही तक अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध था.
आत्महत्या का यह दूसरा मामला
कोटा में 48 घंटे के भीतर संदिग्ध आत्महत्या का यह दूसरा मामला था.22 अप्रैल को बिहार के 18 वर्षीय NEET अभ्यर्थी ने कथित तौर पर अपने छात्रावास के कमरे में फांसी लगा ली थी.पुलिस ने बताया कि छात्र ने एक नोट में स्पष्ट किया कि न तो उसका परिवार और न ही उसकी परीक्षा की तैयारी उसके इस कदम के लिए जिम्मेदार है.