बॉर्डर पर पाकिस्तान का दुस्साहस, आतंकियों को पनाह देने के लिए लगातार पाक आर्मी कर रही गोलीबारी
पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर भारत ने कई कड़े कदम उठाए हैं. इनमें 65 साल पुरानी सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी सीमा को बंद करना, पाकिस्तानी सैन्य राजनयिकों को देश से बाहर निकालना और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना शामिल है.

पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर एलओसी पर सीजफायर उल्लंघन किया है. इंडियन आर्मी ने शनिवार को बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने 25/26 अप्रैल की रात को कश्मीर में एलओसी पर सीजफायर का उल्लंघन किया. अधिकारियों ने कहा कि भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया. आपको बता दें कि पाकिस्तानी रेंजर्स पिछले दो दिनों से सीमापार से गोलीबारी कर रहे हैं. यह ऐसे वक्त में हो रहा है, जब हाल ही में पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है. इस बर्बर हमले में 26 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए. दो रातों में यह दूसरी बार है जब पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सेना को उकसाने की कोशिश की है.
सेना ने जारी किया बयान
इंडियन आर्मी ने कहा है कि नियंत्रण रेखा के पार कई चौकियों से गोलीबारी की गई. नियंत्रण रेखा वास्तविक सीमा है जो जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में भारतीय और पाकिस्तानी सेनाओं को अलग करती है. आर्मी ने अपने बयान में कहा, "25-26 अप्रैल 2025 की रात को कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पार विभिन्न पाकिस्तानी सेना चौकियों द्वारा बिना उकसावे के गोलीबारी की. भारतीय सैनिकों ने हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया है.
भारत ने उठाए सख्त कदम
पहलगाम आतंकवादी हमले के सीमा पार संबंधों के मद्देनजर भारत ने कई कड़े जवाबी कदम उठाए हैं. इनमें 65 साल पुरानी सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी भूमि सीमा क्रॉसिंग को बंद करना, पाकिस्तानी सैन्य राजनयिकों को देश से बाहर निकालना और पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना शामिल है.भारत ने अटारी सीमा के माध्यम से प्रवेश करने वाले सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 1 मई तक देश छोड़ने का निर्देश दिया है.
पाकिस्तान ने बंद किया एयरस्पेस
जवाब में, पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया और नई दिल्ली के साथ सभी व्यापार को निलंबित कर दिया, जिसमें तीसरे देशों के माध्यम से अप्रत्यक्ष व्यापार भी शामिल है. इसके अलावा इस्लामाबाद ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के फैसले को खारिज कर दिया और चेतावनी दी कि पाकिस्तान के हिस्से के पानी को रोकने के किसी भी कोशिश को युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा. हमले को लेकर देशभर में शोक और गुस्से के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कड़ा संदेश देते हुए अपराधियों को 'दुनिया के कोने-कोने तक' खदेड़ने की कसम खाई. उन्होंने कहा कि हर आतंकवादी और उनके समर्थकों की पहचान करेंगे, उन्हें ट्रैक करके दंडित किया जाएगा.


